अगरतला: त्रिपुरा के उनाकोटि जिले में बुधवार को हाईटेंशन तार के संपर्क में आने के बाद एक रथ में आग लगने से दो बच्चों सहित सात व्यक्तियों की मौत हो गई और 16 अन्य झुलस गए। यह घटना इस्कॉन द्वारा आयोजित भगवान जगन्नाथ के 'उल्टा रथ यात्रा' उत्सव के दौरान कुमारघाट इलाके में शाम करीब साढ़े चार बजे हुई। लोहे से बने रथ को हजारों लोग खींच रहे थे, तभी वह 133 केवी (किलो वोल्ट) के केबल के संपर्क में आ गया।
इस उत्सव के दौरान भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के एक सप्ताह बाद अपने मुख्य मंदिर लौट आते हैं। हादसे के दौरान रथ के हिस्सों में तुरंत ही आग लग गई और इसकी चपेट में लोग भी आ गये और वे सड़क पर गिर गए। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपए और गंभीर रूप से घायलों के लिए 50,000 रुपए के मुआवजे की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएम मोदी के हवाले से लिखा, "उल्टा रथयात्रा के दौरान कुमारघाट पर हुआ हादसा दुखद है। इस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले लोगों के प्रति संवेदना। घायल शीघ्र स्वस्थ हों। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी, और त्रिपुरा में दुर्घटना में घायल हुए लोगों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।"
मुख्यमंत्री माणिक साहा स्थिति का जायजा लेने के लिए कुमारघाट पहुंचे जो अगरतला से लगभग 120 किलोमीटर की दूरी पर है। राज्य के मंत्री टिंकू रॉय के साथ साहा ने कुमारघाट अस्पताल का निरीक्षण किया और घायलों का हाल-चाल पूछा तथा उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा, "कुमारघाट में एक दुखद दुर्घटना में, 'उल्टा रथ' खींचते समय करंट लगने से कई श्रद्धालुओं की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। मैं इस घटना से बहुत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना। साथ ही, मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार इस मुश्किल समय में उनके साथ खड़ी है।"
(भाषा इनपुट के साथ)