मणिपुर में आदिवासियों के साथ बर्बर व्यवहार नहीं होने दे सकते, हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र, निशाने पर केंद्र
By अनिल शर्मा | Published: July 22, 2023 01:28 PM2023-07-22T13:28:37+5:302023-07-22T13:38:27+5:30
मुख्यमंत्री ने मणिपुर में हिंसा पर गहरा दुख जताया हुए पत्र को ट्विटर पर साझा किया और लिखा कि यह सबसे अंधकारमय समय है और साथी नागरिक के रूप में, हम सभी मानवीय गरिमा के इस पूर्ण नुकसान से व्यथित और चिंतित हैं। भारत मणिपुर के साथ खड़ा है, मणिपुर को ठीक होना चाहिए और एक राष्ट्र के रूप में हमें मदद करनी चाहिए।
रांचीः मणिपुर में कुकी समुदाय की दो महिलाओं को नग्न कर परेड कराने और उनका सामूहिक बलात्कार की घटना से पूरा देश आक्रोशित है। विपक्ष ने इसको मुद्दा बनाते हुए संसद में मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की। तो वहीं राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग की जा रही है। इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर मणिपुर में आदिवासियों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार की तरफ ध्यान दिलाया है। इस पत्र को सोरेन ने अपने ट्विटर खाते पर भी साझा किया है।
राष्ट्रपति मुर्मू को लिखे पत्र में सोरेन ने कहा, हम मणिपुर में आदिवासियों के साथ बर्बर व्यवहार नहीं होने दे सकते। मणिपुर से दिल दहला देने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं, राज्य में लोकतांत्रिक शासन का अभूतपूर्व पतन देखने को मिल रहा है। सोरेन ने कहा कि हमारे देश की ताकत विविधता के बीच एकता में निहित है, और ऐसी शत्रुता के बीच शांति बहाल करने और शांति के माहौल को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए मिलकर काम करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि मणिपुर की शांति न केवल राज्य और उसके लोगों के लिए, बल्कि पूरे देश की भलाई के लिए महत्वपूर्ण है।
पत्र में मुख्यमंत्री ने आगे लिखा हैः जनजाति बहुल राज्य मणिपुर अपनी जीवंत संस्कृति और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के लिए जाना जाता है। इसने भारत के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को जन्म दिया है, जिन्होंने देश को कई अंतरराष्ट्रीय सम्मान और ओलंपिक पदक दिलाए हैं, जिनमें कुंजुरानी देवी, थोइबा सिंह, रेनेडी सिंह, डिंग्को सिंह, मीराबाई चानू, सरिता देवी और मैरी कॉम शामिल हैं। आज तो वे भी घाटे में हैं; उनमें से कुछ लगातार केंद्र सरकार से विवादित क्षेत्रों में शांति बहाल करने में मदद करने की अपील कर रहे हैं। हालाँकि, हमने केंद्र सरकार द्वारा इस मुद्दे को दरकिनार करने, मीडिया और लोगों की आवाज़ को दबाने और सच्चाई को देश के बाकी हिस्सों में प्रसारित होने से रोकने की पूरी तरह से चुप्पी और हताश प्रयास देखा है।
I have written to the Hon’ble President @rashtrapatibhvn ‘ji expressing deep anguish on the violence in Manipur. These are the darkest of times & as fellow citizens, we are all distressed & concerned at this absolute loss of human dignity. INDIA stands with Manipur, Manipur must… pic.twitter.com/9lWPhFi5C2
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 22, 2023
मुख्यमंत्री ने मणिपुर में हिंसा पर गहरा दुख जताया हुए पत्र को ट्विटर पर साझा किया और लिखा कि यह सबसे अंधकारमय समय है और साथी नागरिक के रूप में, हम सभी मानवीय गरिमा के इस पूर्ण नुकसान से व्यथित और चिंतित हैं। भारत मणिपुर के साथ खड़ा है, मणिपुर को ठीक होना चाहिए और एक राष्ट्र के रूप में हमें मदद करनी चाहिए।
हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति से मामले में हस्तक्षेप कर शांति बहाल करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भारत के माननीय राष्ट्रपति के रूप में, न्याय और करुणा के सिद्धांतों को बनाए रखने के प्रति आपकी दृढ़ प्रतिबद्धता हमेशा हम सभी के लिए मार्गदर्शक रही है। मणिपुर और भारत के सामने संकट की इस सबसे काली घड़ी में, हम आपको आशा और प्रेरणा के अंतिम स्रोत के रूप में देखते हैं जो इस कठिन समय में मणिपुर के लोगों और भारत के सभी नागरिकों को रोशनी दिखा सकते हैं।
राष्ट्रपति को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहाः मैं आज आपसे आगे का रास्ता खोजने, न्याय सुनिश्चित करने और मणिपुर की शांति और सद्भाव सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की अपील करता हूं। हम अपने साथी आदिवासी भाइयों और बहनों के साथ इस तरह का भयावह बर्बर व्यवहार नहीं कर सकते और हमें ऐसा नहीं होने देना चाहिए। मणिपुर को ठीक होना चाहिए और एक राष्ट्र के रूप में हमें मदद करनी चाहिए।