प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में दो चरणों में कांग्रेस केंडिडेट्स और काउंटिंग एजेंट्स की ट्रेनिंग को दी गई । पहले चरण में रीवा,शहडोल,जबलपुर,ग्वालियर और चंबल संभाग के कांग्रेस केंडिडेट्स और काउंटिंग एजेंट्स की ट्रेनिंग हुई । इसमें प्रदेश कांग्रेस के चुनाव आयोग से संबंधित कार्यों के प्रभारी जेपी धनोपिया, महेंद्र जोशी और शशांक शेखर ने मतगणना प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्ट्रांग रूम से जब एवं निकाल कर मतगणना स्थल पर लाई जाए, तब वहां उम्मीदवार या मतगणना अभिकर्ता उपस्थित रहें। प्रत्येक मशीन की जांच करें और यह सुनिश्चित कर लेने की वह सील बंद है या नहीं। सबसे पहले डाक मत पत्रों की गिनती होगी, इसमें सावधानी बरतना बहुत आवश्यक है। एक-एक मत महत्वपूर्ण है, इसलिए ध्यानपूर्वक डाक मत पत्रों की गिनती करवाएं। जहां कहीं भी संदेह हो, तत्काल लिखित में आपत्ति करें। उन्हें बताया गया कि सुबह आठ बजे से ईवीएम से मतों की गणना भी शुरू हो जाएगी। प्रत्येक टेबल पर अभिकर्ता हों, यह पूर्व से ही सुनिश्चित कर लें। प्रत्येक चक्र की गणना के बाद परिणाम की सत्यापित प्रतिलिपि रिटर्निंग आफिसर से लें। मतगणना स्थल को तब तक न छोड़ें, जब तक कि मतगणना का काम पूरा न हो जाए। प्रमाण पत्र में यह सुनिश्चित करने की सब जानकारी सही है या नहीं।
तरुण भनोत बोले- कोई गड़बड़ी ना कर पाए, इसलिए ट्रेनिंग जरूरी
पूर्व मंत्री तरुण भनोत ने पीसीसी में हुई ट्रेनिंग के बाद कहा- हम सब उन बातों का ध्यान रख रहे हैं कि किसी भी प्रकार से मध्य प्रदेश की जनता ने लोकतंत्र के सबसे बड़े महायज्ञ में अपने मतों की जो आहुति दी है। उनके साथ कोई भी ऐसी चीज ना हो जिससे उनके मत को लूटा जाए। कोई गड़बड़ी ना कर पाए और जो गड़बड़ी करे उसके लिए हमारी चेतावनी है।