Top Morning News: देश में कोरोना संक्रमण के मामले 62,000 के पार, 2 हजार से ज्यादा लोगों की मौत, पढ़ें अब तक की बड़ी खबरें
By गुणातीत ओझा | Published: May 10, 2020 06:56 AM2020-05-10T06:56:50+5:302020-05-10T06:56:50+5:30
कोविड-19: देश में संक्रमण के मामले 62,000 के पार, विदेश से लौटे लोगों में संक्रमण ने बढ़ाईं चिताएं
देश में कोविड-19 के संक्रमण के मामलों की संख्या शनिवार को 62 हजार से अधिक हो गई वहीं महामारी के कारण मरने वालों की संख्या भी दो हजार से ज्यादा हो गई। विदेशों में फंसे भारतीयों की वापसी के लिये चलाए गए व्यापक अभियान के बीच विदेश से सात मई को केरल लौटे दो लोगों के संक्रमित मिलने से चिंता बढ़ रही हैं। ये दोनों लोग दुबई और अबुधाबी से अलग-अलग उड़ानों से भारत आए थे। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बड़ी संख्या में ट्रेनों और बसों से पैतृक स्थानों के लिये भेजे जा रहे प्रवासियों के आवागमन तथा विशेष उड़ानों से विदेशों से लाए जा रहे भारतीयों की वजह से आने वाले दिनों में संक्रमण के मामलों में और बढ़ोतरी होगी। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने दैनिक अपडेट में बताया कि बीते 24 घंटों के दौरान 95 मौतों के बाद मृतकों की संख्या 1,918 हो गई जबकि संक्रमण के 3320 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की तादाद 59,662 पर पहुंच गई है। मंत्रालय के अनुसार अब भी 39 हजार 834 लोग कोविड-19 से संक्रमित हैं जबकि 17, 846 लोग ठीक हो चुके हैं। हालांकि 'पीटीआई-भाषा' को विभिन्न राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों से मिले आंकड़ों के अनुसार शनिवार रात 10 बजकर 45 मिनट तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 62,761 मामले सामने आ चुके हैं।
भारत में बहुत बुरे हालात पैदा होने की आशंका नहीं: हर्षवर्धन
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भारत में कोविड-19 महामारी के चलते कई विकसित देशों की तरह बहुत बुरे हालात पैदा होंगे, फिर भी सरकार पर्याप्त तैयारी कर रही है। पूर्वोत्तर के राज्यों के साथ कोविड-19 संक्रमण के हालात की समीक्षा बैठक के दौरान हर्षवर्धन ने कहा कि देश में संक्रमण के मामलों की दर दोगुनी होने की अवधि बीते तीन दिन से लगभग 11 दिन रही है जबकि बीते सात दिन के दौरान यह 9.9 दिन आंकी गई है। उन्होंने बैठक के दौरान कहा, ''हमें नहीं लगता कि देश में कई विकसित देशों की तरह बहुत बुरे हालात पैदा होंगे, फिर भी हम पूरे देश को बुरी स्थिति के लिये भी तैयार कर रहे हैं।'' देश की स्वास्थ्य संबंधी तैयारियों के बार में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए 1,65,991 बिस्तरों वाले 8,043 अस्पताल और 1,35,643 बिस्तरों वाले कोरोना वायरस समर्पित 1,991 स्वास्थ्य केंद्र तैयार हैं जिनमें पृथक वार्ड और आईसीयू की व्यवस्था है।
कोरोना वायरस के साथ जीवन जीने की कला सीखें खुदरा विक्रेता: गडकरी
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को खुदरा विक्रेताओं को कोरोना वायरस के साथ जीने की कला सीखने का सुझाव देते हुए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) का दर्जा देने की उनकी मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया। मंत्री ने खुदरा विक्रेताओं को सरकार की ओर से वित्तीय मदद दिए जाने की मांग पर भी विचार करने का आश्वासन दिया । उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने उठाएंगे। मंत्री के अनुसार, वर्तमान स्थिति भी एक तरह से आशीर्वाद और उद्योग जगत की विशेषज्ञता को उन्नत करने का अवसर है। गडकरी ने खुदरा विक्रेताओं को कोरोना वायरस के साथ जीवन जीने की कला सीखने का सुझाव देते हुए कहा कि खुदरा विक्रेताओं का धैर्य खत्म हो रहा है।
दिल्ली सरकार का तबलीगी जमात के सदस्यों को पृथक केन्द्रों से छोड़ने का निर्देश
दिल्ली सरकार ने शनिवार को सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे तबलीगी जमात के 2,446 सदस्यों को पृथक केन्द्रों से छोड़ दें तथा यह भी सुनिश्चित करें कि वे अपने घरों के अलावा कहीं और नहीं जाएं। अधिकारियों से यह भी कहा गया है कि वे दिल्ली स्थित मरकज के कार्यक्रम में शामिल हुए दूसरे राज्यों के जमातियों को उनके निवास स्थान भेजने का भी इंतजाम करें। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के विशेष सीईओ के एस मीणा ने उपायुक्तों (प्रशासन) को लिखे पत्र में कहा कि मार्च में दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुए कार्यक्रम में शरीक हुए 567 विदेशियों को पुलिस के हवाले किया जाएगा। सरकार के एक अधिकारी ने कहा, ''उन्हें (विदेशी जमातियों) वीजा उल्लंघन जैसे विभिन्न उल्लंघनों के संबंध में पुलिस के हवाले किया जाएगा।'' दिल्ली के गृह मंत्री सत्येन्द्र जैन ने केन्द्रों में पृथकता अवधि पूरी कर चुके और कोविड-19 से संक्रमित नहीं पाए गए तबलीगी जमात के सदस्यों को उनके घर जाने देने का आदेश दिया था।
‘वंदे भारत’ : खाड़ी देशों से भारतीयों को लेकर पहला विमान 12 मई को कर्नाटक पहुंचेगा
लॉकडाउन के बाद विदेश में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए चलाये जा रहे ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत दुबई से अपने लोगों को लेकर पहला विमान 12 मई को मंगलुरु पहुंचेगा। केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा ने ट्वीट किया है कि पहले यह विमान 14 मई को आना था लेकिन प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) की ओर से लगातार अनुरोध किए जाने के बाद अब यह दो दिन पहले 12 मई को आएगा। केन्द्र सरकार ने ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत खाड़ी देशों में फंसे लोगों को लाने के उद्देश्य से कर्नाटक के लिए दो विमानों की अनुमति दी है। गौड़ा ने बताया कि दोहा से बेंगलुरु आने वाले विमान की तिथि भी जल्दी ही घोषित की जाएगी।