टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 41 साल बाद कांस्य पदक जीत इतिहास रच दिया. अब सभी की उम्मीदें महिला हॉकी टीम से हैं. महिला हॉकी टीम को भी कांस्य पदक के मुकाबले में शुक्रवार को ब्रिटेन से भिड़ना है. इसी बीच महिला हॉकी टीम की सदस्य वंदना कटारिया के परिवार ने सेमीफाइनल में टीम की हार के बाद जाति हमले का आरोप लगाया.
वंदना कटारिया के परिवार ने लगाए गंभीर आरोप
वंदना कटारिया के परिवार का आरोप है कि पिछले मैच में हार के बाद कथित तौर पर ऊंची जाति से ताल्लुक रखने वाले कुछ लोगों ने उन्हें गाली दी और उनके लिए जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अर्जेंटीना के खिलाफ सेमीफाइनल में हार के कुछ देर बाद ही हरिद्वार के रोशनाबाद गांव की रहने वालीं वंदना के घर के नज़दीक ऊंची जाति से संबंधित 2 शख्स आकर पटाखे फोड़ने लगे और वंदना के परिवार को भद्दी गालियां देनी शुरू कर दी. वंदना कटारिया के परिवार ने बताया कि, ‘वे कह रहे थे कि भारतीय टीम की इसलिए हार हुई क्योंकि टीम में ज्यादा दलित खिलाड़ी हैं।’
'यह जाति के आधार पर किया गया हमला'
वंदना के भाई शेखर ने बताया, ‘हम लोग सेमीफाइनल की हार से दुखी थे, कुछ देर बाद हमने घर के बाहर तेज शोर सुना. बाहर निकलने पर देखा कि दो लोग पटाखे फोड़ रहे हैं और डांस कर रहे हैं. हमें बाहर देख वे हमारे लिए जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने लगे और गालियां देने लगे.' शेखर के मुताबिक, 'उत्पात मचा रहे लोगों ने कहा कि सिर्फ हॉकी ही नहीं अन्य खेलों से भी दलित खिलाड़ियों को बाहर रखा जाना चाहिए.' शेखर ने कहा, 'यह जाति के आधार पर किया गया हमला है.'
हरिद्वार के सिडकुल क्षेत्र में इस मामले में आरोपी एक शख्स को हिरासत में लिया गया है.
टोक्यो ओलंपिक में वंदना की हैट्रिक
कांस्य पदक के लिए ब्रिटेन के खिलाफ उतरने वाली महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में शानदार किया है. ओलंपिक इतिहास में पहली बार महिला हॉकी टीम मेडल की रेस में है.
2006 से भारत के लिए हॉकी खेलने वाली वंदना कटारिया ओलंपिक में हैट्रिक गोल करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी भी हैं. उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 गोल दागे थे. यह मैच भारतीय टीम 4-3 से जीतकर क्वार्टर फाइनल में पहुंची थीं.
सबसे अनुभवी सदस्यों में एक वंदना
29 वर्षीय वंदना कटारिया महिला टीम की सबसे अनुभवी सदस्यों में से हैं. वंदना ने भारत के लिए अब तक करीब 250 मुकाबले खेले हैं. इन मुकाबलों में वह अब तक 67 गोल कर चुकीं हैं. मौजूदा टीम में केवल कप्तान रामपाल ने उनसे अधिक गोल किए हैं.