तमिलनाडु के कई हिस्सों में पानी की भयंकर कमी से परेशान राज्य सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए भगवान की शरण में चली गयी है और अब शीघ्र में मंदिरों में इंद्रदेवता को खुश करने के लिए मंत्रोच्चार की गूंज सुनाई देगी। राज्य में 44,000 से अधिक मंदिरों का प्रबंधन संभाल रहे हिंदू धर्म एवं परमार्थ प्रदाय (एचआर एंड सीई)विभाग ने महत्वपूर्ण धर्मस्थलों के अधिकारियों से इंद्रदेवता को खुश करने के लिए यज्ञ एवं अन्य अनुष्ठान करने को कहा है।
मंदिरों को जारी किये गये परिपत्र में कहा गया है, ‘‘एचआर एंड सीई ने उसके अंतर्गत आने वाले महत्वपूर्ण मंदिरों में इस उम्मीद से यज्ञ करने का फैसला किया है कि वर्ष 2019-20 में मानसून के दौरान काफी अच्छी बारिश हो।’’
यह पहली बार नहीं है कि राज्य सरकार सूखे जैसी स्थिति से निपटने के लिए दैवीय कृपा प्राप्त करने के प्रयास कर रही है। जयललिता की अगुवाई वाली तत्कालीन अन्नाद्रमुक सरकार ने भी मंदिरों में 2013 में यज्ञ एवं प्रार्थना करायी थी।