टीएमसी ने की चुनाव आयोग से पीएम मोदी की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग, जानिए क्या है पूरा मामला
By विनीत कुमार | Published: April 30, 2019 02:05 PM2019-04-30T14:05:50+5:302019-04-30T14:05:50+5:30
टीएमसी ने पीएम मोदी पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए लिखा है, 'ऐसे बयान देकर पीएम मोदी हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा दे रहे हैं।'
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पीएम नरेंद्र मोदी के एक रैली में 40 टीएमसी विधायकों से संपर्क के बयान की शिकायत चुनाव आयोग से की है। टीएमसी ने चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी में कहा है कि ऐसे बयान देकर पीएम मोदी आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं और साथ ही हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा दे रहे हैं।
टीएमसी ने पीएम मोदी पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए लिखा है, 'ऐसे बयान देकर पीएम मोदी हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा दे रहे हैं। पीएम मोदी ऐसी झूठी बात बोलकर वोटर्स को भी लुभाने का प्रयास कर रहे हैं।'
टीएमसी की ओर से सोमवार को चुनाव आयोग को भेजी गई इस पत्र में पार्टी ने नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी रद्द करने की भी मांग की है। टीएमसी ने लिखा, 'आपसे आग्रह है कि आप पीएम नरेंद्र मोदी से उनके बयान के बारे में सबूत की मांग करे और अगर वे इसे देने में नाकाम होते हैं तो उनका नामांकन आचार संहित के उल्लंघन के लिए रद्द किया जाना चाहिए।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक रैली में सनसनीखेज दावा करते हुए कहा था कि टीएमसी के 40 विधायक उनके सम्पर्क में हैं और भाजपा के चुनाव जीतने के बाद वे अपनी पार्टी छोड़ देंगे। मोदी ने पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में श्रीरामपुर लोकसभा क्षेत्र और उत्तर 24 परगना के बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'दीदी, इस चुनाव का परिणाम आने के बाद आपके अपने विधायक भी आपका साथ छोड़ देंगे। आपके 40 विधायक मेरे सम्पर्क में हैं और भाजपा के चुनाव जीत जाने पर आपके सभी विधायक आपको छोड़ देंगे। आपके पैर के नीचे से राजनीतिक जमीन खिसक गई है।'