कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने से पहले ही फूटे नाराजगी के स्वर, मनीष तिवारी ने कसा करारा तंज
By विनीत कुमार | Updated: September 28, 2021 14:42 IST2021-09-28T12:30:13+5:302021-09-28T14:42:14+5:30
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर पार्टी के अदंर से ही नाराजगी के स्वर सुनाई देने लगे हैं। कन्हैया आज शाम कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे।

कन्हैया के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर मनीष तिवारी का तंज (फोटो- एएनआई)
नयी दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के पार्टी में शामिल होने की संभावना के बीच मंगलवार को इशारों-इशारों में अपनी ही पार्टी पर तंज किया।
उन्होंने कम्युनिस्ट विचारक रहे कुमारमंगलम की पुस्तक ‘कम्युनिस्ट्स इन कांग्रेस’ का हवाला दिया जिससे यह प्रतीत होता है कि वह पार्टी पर कटाक्ष कर रहे हैं।
लोकसभा सदस्य तिवारी ने ट्वीट किया, ‘‘कुछ कम्युनिस्ट नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें हैं। अब शायद 1973 की पुस्तक ‘कम्युनिस्ट्स इन कांग्रेस’ के पन्ने फिर से पलटे जाएं। लगता है कि चीजें जितनी ज्यादा बदलती हैं, वो उतना ही पहले की तरह बनी रहती हैं। आज इसे फिर से पढ़ता हूं।’’
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कन्हैया कुमार और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी मंगलवार शाम कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। कन्हैया अब तक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े रहे हैं।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही सूत्रों के हवाले से कन्हैया और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी के इस महीने कांग्रेस में शामिल होने की संभावना की खबरें आई थी।
इस बीच भाजपा ने भी कन्हैया और जिग्नेश के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर पार्टी पर निशाना साधा है। अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा कि सर्जिकल स्ट्राइक की एनिवर्सरी पर कांग्रेस 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' वाले कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी को स्वीकार कर रही है। ये कोई संयोग नहीं है। भारत के टुकड़े करने की कोशिश करने वालों के साथ हाथ मिलाना कांग्रेस की आदत है।
On the anniversary of surgical strike, Congress to admit Kanhaiya Kumar and Jignesh Mewani of “Bharat tere tukde honge” fame.
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 28, 2021
This can’t be a mere coincidence.
Joining hands with “Breaking India” forces is now Congress’s raison d'être.
बता दें कि मूल रूप से बिहार से ताल्लुक रखने वाले कन्हैया जेएनयू में कथित तौर पर देशविरोधी नारेबाजी के मामले में गिरफ्तारी के बाद सुर्खियों में आए थे। वह पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ भाकपा के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े थे, हालांकि वह हार गए थे। दूसरी तरफ, दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले जिग्नेश गुजरात के वडगाम विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक हैं।
(भाषा इनपुट)
