Tirupati ladoo row: इलायची दाना, मिश्री और सूखे मेवे ही हिंदू देवी-देवताओं को भोग के रूप में चढ़ाएं, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कहा- मिलावट की कोई आशंका नहीं?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 24, 2024 16:42 IST2024-09-24T16:41:37+5:302024-09-24T16:42:28+5:30
Tirupati ladoo row: “पारंपरिक रूप से इलायची दाना, मिश्री और सूखे मेवे ही हिंदु देवी देवताओं को भोग के रूप में चढ़ाए जाते हैं। भक्तों में उन्हें बांटे जाने से प्रसाद में मिलावट की कोई आशंका नहीं रहेगी।”

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Tirupati ladoo row: तिरुपति बालाजी मंदिर मे प्रसाद में मिलावट का मामला सामने आने के बाद साधु संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने मंगलवार को कहा कि देशभर के मंदिरों में लड्डू आदि की जगह पारंपरिक रूप से भोग के रूप में चढ़ाए जाने वाले इलायची दाना और मिश्री एवं सूखे मेवे ही भक्तों में बांटे जाने चाहिए। परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि इस प्रकार का प्रसाद ही सभी मंदिरों में बांटा जाना चाहिए जब तक कि सरकार और मंदिरों का प्रबंधन प्रसाद में मिलाए जाने वाले घी की शुद्धता की गारंटी न ले। उन्होंने कहा, “पारंपरिक रूप से इलायची दाना, मिश्री और सूखे मेवे ही हिंदू देवी देवताओं को भोग के रूप में चढ़ाए जाते हैं। भक्तों में उन्हें बांटे जाने से प्रसाद में मिलावट की कोई आशंका नहीं रहेगी।”
आंध्र प्रदेश के तिरूपति बालाजी मंदिर में ‘प्रसादम’ में मिलावट पर नाराजगी जाहिर करते हुए महंत पुरी ने कहा कि इससे पूरी दुनिया में हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने सुझाव दिया कि तिरूपति बालाजी मंदिर में मिलावटी ‘प्रसादम’ को अनजाने में ग्रहण कर चुके हिंदू अपने अपराधबोध से मुक्ति पाने के लिए गंगाजल या गौमूत्र को ग्रहण कर सकते हैं।