बाघ ने 17 दिन में 15 घरेलू जानवरों को अपना शिकार बनाया,लोग खौफजदा
By भाषा | Updated: December 14, 2021 20:17 IST2021-12-14T20:17:27+5:302021-12-14T20:17:27+5:30

बाघ ने 17 दिन में 15 घरेलू जानवरों को अपना शिकार बनाया,लोग खौफजदा
वायनाड, 14 दिसंबर जिले के वन क्षेत्र से सटे मनंतवाडी नगरपालिका के कुछ हिस्सों में पिछले दो सप्ताह से शिकार की खोज में निकल रहे एक बाघ ने क्षेत्र के निवासियों में दहशत पैदा कर दी है और अब तक 15 पालतू जानवरों को मार डाला है। इस खूंखार बाघ ने मंगलवार को एक बकरी को अपना निशाना बनाया।
जिला प्रशासन ने पहले ही नगर पालिका के 11,12,13 और 14 संभागों में निषेधाज्ञा जारी कर दी है और वन एवं पुलिस विभागों के 150 से अधिक अधिकारी बाघ को पकड़ने के लिए डेरा डाले हुए हैं।
पुलिस ने कहा, “आज की मौत के साथ ही बाघ ने (पिछले 17 दिनों में) कुल 15 जानवरों को खा लिया है। पुलिस वन विभाग की मदद कर रही है और अलग-अलग जगहों पर संयुक्त रूप से पांच जाल बिछाए गए हैं। हालांकि, जानवर उनसे बच निकला है। मनंतवाडी नगरपालिका के चार संभागों के लिए निषेधाज्ञा जारी कर दी गई है।”
कुरुक्कनमूल निवासी जॉनसन, जिनकी बकरी को कल बाघ ने मार डाला और खा लिया, ने पीटीआई-भाषा को बताया कि चार संभागों के निवासी, जो ज्यादातर किसान और दुग्ध उत्पादक किसान हैं, अब अंधेरे में बाहर निकलने से डरते हैं।
उसने कहा, “हमें अपने घर से अंधेरे में निकलने में डर लगता है। कल मेरी बकरी को मार दिया गया था। पिछले 17 दिनों से यही स्थिति है। अधिकांश लोग कृषक हैं और कई के पास गाय, बकरी, मुर्गी जैसे पालतू जानवर हैं।”
जॉनसन ने कहा कि लोगों की दिनचर्या अब बदल गई है और उन्होंने अपनी गायों के दूध दूहने का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले वह सुबह 5.30 बजे के आस-पास यह कार्य करते थे, लेकिन अब सुबह 8 बजे दूध दूहते हैं। उन्होंने कहा कि लोग सूर्योदय से पहले बाहर निकलने से डरते हैं।
स्थानीय लोग और अधिकारी जानवर को पकड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। वे वन क्षेत्र से मानव बस्तियों की तरफ उसका मार्ग अवरुद्ध करने की योजना बना रहे हैं।
एक वन अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि भले ही बाघ की तस्वीर खींचने के लिए 30 से ज्यादा कैमरे लगे थे, लेकिन उसकी तस्वीर कल ही कैद हुई। अधिकारी ने कहा कि 50 से अधिक पुलिस अधिकारी और दो जिला वन अधिकारी समेत वन विभाग के करीब 100 अधिकारी इलाके में डेरा डाले हुए हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।