कवि दुष्यंत कुमार की इस कविता से पीएम मोदी ने दिया राहुल गांधी और विपक्ष नेता को जवाब
By भारती द्विवेदी | Published: February 7, 2018 06:06 PM2018-02-07T18:06:55+5:302018-02-07T18:53:56+5:30
लोक सभा हो या राज्यसभा दोनों ही जगहों पर पीएम ने शेरो-शायरी के जरिए कांग्रेस को नाकामियों को गिनाया है।
लोक सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद ज्ञापन भाषण में बशीर बद्र के शेर को पूरा किया था। शेर की पहली लाइन विपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पढ़ीं, 'जी बहुत चाहता है सच बोलें।' जवाबी तौर पर पीएम मोदी ने इस शेर को पूरा किया, बोले- 'जी बहुत चाहता है सच बोलें, क्या करें हौसला नहीं होता।' इसके बाद राहुल गांधी ने उन पर हमला बोला, 'बहुत लम्बी थी साहेब की बात, सदन में दिन को बता दिया रात।' इसके बाद प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में फिर से एक कविता की कुछ लाइनें पढ़ीं-
उनकी अपील है कि उन्हें हम मदद करें
चाकू की पसलियों से गुज़ारिश तो देखिये
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुधवार (7 फरवरी) को राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के धन्यवाद ज्ञापन के दौरान पढ़ी गई ये लाइनें कवि दुष्यंत कुमार की एक कविता की हैं। असल में दोनों ही सदनों में प्रधानमंत्री मोदी के निशाने पर कांग्रेस ही रही। इन दोनों जगहों पर विपक्ष पर निशाने के लिए पीएम मोदी ने साहित्य का सहारा लिया। राज्यसभा में पढ़ी गई लाइन कवि दुष्यंत की इस कविता की थीं-
होने लगी है जिस्म में जुंबिश तो देखिये
इस पर कटे परिंदे की कोशिश तो देखिये
गूंगे निकल पड़े हैं, ज़ुबां की तलाश में
सरकार के ख़िलाफ़ ये साज़िश तो देखिये
बरसात आ गई तो दरकने लगी ज़मीन
सूखा मचा रही है ये बारिश तो देखिये
उनकी अपील है कि उन्हें हम मदद करें
चाकू की पसलियों से गुज़ारिश तो देखिये
जिसने नज़र उठाई वही शख़्स गुम हुआ
इस जिस्म के तिलिस्म की बंदिश तो देखिये
इससे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने मशहूर शायर डॉ. बशीर बद्र के एक शेर के साथ सरकार पर हमला बोला था, 'दुश्मनी जमकर करो लेकिन ये गुंजाइश रहे, जब कभी हम दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा न हों।'
लोक सभाः राहुल गांधी का शायराने अंदाज में पीएम मोदी पर पलटवार, 'बहुत लम्बी थी साहेब की बात'
राज्यसभा में प्रधानमंत्री ने क्या कहा
- पीएम मोदी ने कहा 'मैंने सुना है कि गुलाम नबी आजाद वंशवाद पर चर्चा कर रहे थे। अपनी सरकार का काम बता रहे थे। बाहर उन्हें कोई सुनता नहीं है, इसलिए यहां बोल रहे थे।'
- इसी बीच कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी हंसने लगीं, जिस पर सभापति एम. वेंकैया नायडू ने उन्हें टोक दिया। इस बात को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि सभापति जी मेरी आपसे विनती है रेणुका जी को कुछ मत कहिए। रामायण सीरियल के बाद ऐसी हंसी सुनने का सौभाग्य उन्हें आज जाके मिला है।
- उन्होंने कहा कि अगर मैं यहां बैठकर 9 बनाता हूं और उधर बैठे लोग 6 देखें, तो इसमें मेरी क्या गलती ? आप बताइए 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' की रैंकिंग में सुधार होना कैसे गलत है? अगर हम पर हमला बोलना संभव नहीं होता तो आप रेटिंग एजेंसी पर ही हमला बोल देते हैं। बीजेपी की बुराई करते-करते आप भारत की बुराई करने लग जाते हैं। मोदी पर हमला बोलते बोलते आप हिन्दुस्तान पर हमला बोलने लग जाते है।
- पीएम मोदी ने राज्यसभा में कहा कि आपको गांधीजी (महात्मा गांधी) वाला भारत चाहिए, मुझे भी गांधी जी वाला ही भारत चाहिए। गांधीजी ने कहा था आजादी मिल गई अब कांग्रेस की जरूरत नहीं है।
- पीएम मोदी ने कहा कि 'हम गेमचेंजर हैं, लक्ष्य का पीछा करके उसे प्राप्त भी करते रहते हैं। हम मेहनत करते हैं। इससे कांग्रेस का तरसना स्वाभाविक है।
- पीएम मोदी ने कहा कि आज स्वच्छ भारत योजना, जनधन योजना, ब्लैक मनी और योगा दिवस का मजाक उड़ाया जा रहा है। ओबीसी समाज आज अपने हक के लिए मैदान में आया है। तीन तलाक मामले में आपके पास 30 साल पहले मौका था, तब आपने अपने हिसाब से कानून क्यों नहीं बनाया? जेल का प्रावधान तो हर कानून में है। अगर हिंदू दो शादी करे, वह जेल चला जाए, उसका परिवार क्या खाएगा, तब नहीं सोचा?
- उन्होंने कहा कि परिवारवाद की बात जब आती है तो बहुत दुख होता है, आप ही के एक महाशय ने मीडिया में कहा कि सल्तनत गोन, बट वी बिहैव लाइक सुल्तान। मैं जयराम रमेश जी के इस खुलेपन के लिए उन्हें बधाई देता हूं।