गोंदिया, नौ अप्रैल महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के नवेगांव-नागझिरा बाघ अभयारण्य (एनएनटीआर) में लगी आग को बुझाने के दौरान तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से झुलस गए। वन विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
नवेगांव-नागझिरा बाघ अभयारण्य के वन संरक्षक एवं फील्ड निदेशक एम रामानुजम ने एक बयान जारी कर बताया कि अज्ञात लोगों ने बृहस्पतिवार को दिन में करीब साढ़े ग्यारह बजे अभयारण्य के नागझिरा और पीटेझारी इलाके के कुछ स्थानों में आग लगा दी ।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों और कामगारों सहित वन विभाग के 50 से 60 कर्मचारी आग बुझाने के काम में लगे और इस पर शाम पांच बजे तक काफी हद तक काबू पा लिया गया था।
बयान में कहा गया कि तेज हवा के कारण आग दोबारा भड़क गई जिसमें घिरने से तीन वन श्रमकिों की मौत हो गई और दो अन्य झुलस गए।
इसमें कहा गया है कि मरने वालों की शिनाख्त राकेश मडावी (40), रेकचंद राणे (45) और सचिन श्रीरंगे (27) के तौर पर हुई है।
राजानुजम ने बताया कि घायलों — विजय मरस्कोल्हे (40) और राजू सयाम (30) को बृहस्पतिवार की देर रात नागपुर के अस्पताल भेजा गया है।
बयान में यह भी कहा गया है कि अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच की जा रही है।
रामानुजम ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की और इसके अलावा अलावा प्रत्येक के लिये पांच—पांच लाख और रुपये का इंतजाम किया जायेगा और यह रकम इलाके के निर्वाचित जनप्रतनिधियों, गैर सरकारी संगठनों एवं एनएनटीआर से जुटायी जाएगी ।
वहीं अधिकारियों ने बताया कि कुछ ग्रामीणों ने शुक्रवार की सुबह वन विभाग के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया, हालांकि स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने उन्हें शांत करा दिया।
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