तीन दिवसीय कैलाश यात्रा जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह से शुरू
By भाषा | Published: September 4, 2021 07:18 PM2021-09-04T19:18:18+5:302021-09-04T19:18:18+5:30
जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह से शनिवार को ‘छड़ी मुबारक’ के साथ तीन दिवसीय कैलाश कुंड यात्रा कोविड-19 महामारी के बीच लगातार दूसरे साल भी श्रद्धालुओं की सीमित संख्या के साथ शुरू हुई। यह कुंड 14,700 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि गाथा में 2100 साल पुराने वासुकी नाग मंदिर से मंत्रोच्चार के साथ छड़ी मुबारक को सुबह आठ बजकर 30 मिनट पर निकाला गया और इस यात्रा में वासुकी नाग मंदिर वासिक डेरा की भी एक छड़ी शामिल हुई। वासिक डेरा में इस प्राचीन यात्रा से जुड़े अनुष्ठानों में पूर्व पार्षद नरेश कुमार गुप्ता और वरिष्ठ नेता मस्तनाथ योगी भी शामिल हुए। अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 संबंधी नियमों का कड़ाई से पालन के बीच निकाली गई इस यात्रा में ‘नाग श्रद्धालु’ छड़ी मुबारक को देखने भी आए। इस सालाना यात्रा में देश के अलग-अलग हिस्सों से महामारी से पहले हजारों श्रद्धालु जमा होते थे। भद्रवाह के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राकेश कुमार ने बताया कि यात्रा के शांतिपूर्ण संचालन के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई। छड़ी मुबारक सोमवार सुबह बेहद ऊंचाई पर स्थित इस झील पर पहुंचेगी और वहां श्रद्धालु पारंपरिक पूजा-अर्चना करेंगे। पौराणिक कथा के अनुसार यह भगवान शिव का मुख्य निवास स्थान था लेकिन भगवान शिव ने इसे वासुकी नाग को दे दिया और वह खुद हिमाचल प्रदेश के भरमौर के मणिमहेश रहने के लिए चले गए।
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