दुश्मनों को पस्त करने को तैयार 'करंज' पनडुब्बी लांच, बढ़ी चीन-पाक की मुश्किल, जानें इसकी खासियत
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: January 31, 2018 12:07 IST2018-01-31T11:50:37+5:302018-01-31T12:07:39+5:30
बुधवार को स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी आईएनएस करंज मुंबई मझगांव डॉक में लांच की गई। करंज लांच के समय खुद नेवी चीफ सुनील लांबा भी मौजूद रहे।

दुश्मनों को पस्त करने को तैयार 'करंज' पनडुब्बी लांच, बढ़ी चीन-पाक की मुश्किल, जानें इसकी खासियत
समुद्र के जरिए दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाली भारतीय नौसेना अब स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी के जरिए ये काम करेगी। आज (31 जनवरी) स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी आईएनएस करंज मुंबई मझगांव डॉक पर लांच कर दी गई है। इनके लांच के समय खुद नेवी चीफ सुनील लांबा भी मौजूद रहे।
पहली स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बी आईएनएस कलवरी को 14 दिसंबर 2017 को प्रधानमंत्री ने देश के नाम समर्पित किया गया था। इस पनडुब्बी को मझागांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने तैयार किया है। भारतीय नौसेना में इसके कई तरह के परीक्षण के बाद शामिल किया जाएगा। नौसेना की मानें तो यह पनडुब्बी 'मेक इन इंडिया' की पहचान है, क्योंकि यह स्वदेशी समरीन है।
Indian Navy launches 'Karanj' the third Scorpene class submarine built at Mumbai's Mazagon Dock Shipbuilders Limited (MDL) pic.twitter.com/Ux7ELHvyQJ
— ANI (@ANI) 31 January 2018
क्या है इसकी खूबी
-आज के समय के स्मार्ट फीचरों से इसको बनाया गया है। दुश्मनों को चकमा देकर उनकी नजरों से बचकर सटीक निशाना लगा सकती है।
- यह टॉरपीडो और एंटी शिप मिसाइलों से हमले भी कर सकती है।
- यह पानी अंदर भी हमला किया जा सकता है। साथ ही सतह पर पानी के अंदर से दुश्मन पर हमला करने की खासियत भी इसमें है।
- करंज मेक इन इंडिया के तहत बनाई गई पनडुब्बी है, अत्याधुनिक तकनीक से बनी ये पनडुब्बी चीन व पाक के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
- इस पहली पनडुब्बी कलवरी है जिसको पिछले महीने ही नौसेना में शामिल किया गया था, दूसरी पनडुब्बी खंदेरी का अभी ट्रायल चल रहा हैं. ऐसी 6 पनडुब्बी मझगांव डॉकयार्ड में बनेगी जो 2020 तक नौसेना में शामिल हो जाएगी।
- 67.5 मीटर लंबी, 12.3 मीटर ऊंची और 1565 टन वजन वाली पनडुब्बी से ऑक्सीजन को भी बनाया जा सकता है। जो युद्ध की स्थिति में काम आ सकता है।
-फ्रांस की रक्षा व ऊर्जा कंपनी डीसीएनएस द्वारा डिजाइन की गईं पनडुब्बियां भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट-75 के तहत बनाई जा रही हैं।
- इस प्रोजेक्ट के तहत भारत अगली पीढ़ी की स्वदेशी पनडुब्बियों का निर्माण करेगा।
- आधुनिक तकनीक से बनी ये पनडुब्बी कम आवाज से दुश्मन के जहाज को चकमा देने में देगी।
- आईएनएस कलवरी के भारतीय नौसेना में शामिल होने से भारत का हिंदमहासागर में दबदवा और बढ़ जाएगा। यह पनडुब्बी नौसेना की ताकत को भी एक अलग सिरे से परिभाषित करेगी।