बिहार की सियासत में होने लगी है 'तिलक' पर तकरार, तेजस्वी यादव पर भाजपा हुई हमलावर
By रुस्तम राणा | Updated: March 22, 2025 18:04 IST2025-03-22T18:04:02+5:302025-03-22T18:04:02+5:30
तेजस्वी यादव के दरभंगा दौरे के दौरान मंदिर में लगाए गए तिलक को मिटाकर, जालीदार टोपी पहन इफ्तार में शामिल होने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। उन्होंने पहले अहिल्यास्थान मंदिर में जाकर माता रानी के दर्शन और पूजा-पाठ किया।

बिहार की सियासत में होने लगी है 'तिलक' पर तकरार, तेजस्वी यादव पर भाजपा हुई हमलावर
पटना: बिहार की सियासत में अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के 'तिलक' पर तकरार मच गई है। दरअसल, तेजस्वी यादव के दरभंगा दौरे के दौरान मंदिर में लगाए गए तिलक को मिटाकर, जालीदार टोपी पहन इफ्तार में शामिल होने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। उन्होंने पहले अहिल्यास्थान मंदिर में जाकर माता रानी के दर्शन और पूजा-पाठ किया।
वहीं पर मंदिर के पुजारी ने उनके माथे पर तिलक लगाया। इसके तुरंत बाद तेजस्वी यादव बगल के गांव कुम्हरौली पहुंचे, जउन्होंनेहां एक इफ्तार पार्टी में भाग लिया। यहां तेजस्वी यादव को मुस्लिम समाज के लोगों ने टोपी पहनाकर स्वागत किया, लेकिन तब तेजस्वी यादव के माथे पर तिलक नहीं दिखा। इसी को लेकर भाजपा ने तेजस्वी यादव पर हमला बोला है।
राज्य के मंत्री संजय सरावगी और जीवेश कुमार ने कहा है कि यह सनातन धर्म का सरासर अपमान, उन्हें तिलक और टोपी दोनों लगानी चाहिए। अपने धर्म के साथ दूसरे धर्म का भी सम्मान होना चाहिए था। संजय सरावगी ने कहा कि तेजस्वी को टीका से है इतना ही नफरत तो कर ले धर्म परिवर्तन।
उन्होंने दावा किया है कि तेजस्वी यादव जब मंदिर में पूजा करने गए थे, तब उनके माथे पर तिलक लगा हुआ था। लेकिन चंद कदम की दूरी पर जब वे इफ्तार में पहुंचे तो उनके माथे पर तिलक गायब था। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव अपने धर्म का सम्मान करते तो इफ्तारी में जाने के लिए माथे से टीका नहीं पोछते। सनातन धर्म से नफरत साफ दिख रहा है।
जीवेश मिश्रा ने कहा कि तेजस्वी यादव अपने धर्म का सम्मान नहीं करते। उन्होंने इफ्तारी में जाने के लिए माथे का टीका धो लिया। जब वे अपने धर्म का सम्मान नहीं करते तो दूसरे धर्म का सम्मान कैसे करेंगे? ऐसा लगता है कि तेजस्वी यादव को टीके से नफरत है। टोपी से उनका प्रेम जगजाहिर है। बिहार की जनता आने वाले चुनाव में तेजस्वी यादव को इसका जवाब देगी। संजय सरावगी ने कहा कि तेजस्वी यादव को टीका से नफरत और जालीदार टोपी से प्रेम, सनातन धर्म से नफरत साफ़ दिख रहा है।
वहीं, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा पर तंज कसते हुए कहा कि वे ‘तिलक’ लगाते हैं, लेकिन उनकी नीतियां जनविरोधी हैं। उन्होंने कहा कि ‘तिलक’ हमारी संस्कृति का प्रतीक है और इसका सम्मान होना चाहिए।' वहीं, राजद नेता ऋषि मिश्रा ने कहा कि हमारे नेता श्रद्धा के साथ मंदिर भी गए और इफ्तार में भी शामिल हुए। वे सभी धर्म को साथ लेकर चलने की बात करते हैं। भाजपा के लोग समाज को बांटने का करते काम है।