मध्य प्रदेश के युवाओं को पसंद नहीं बदलाव, भाजपा के वोट शेयर में युवा वोटर की हिस्सेदारी 4 फीसदी बढ़ी, महिला और पुरुषों ने भी जमकर की वोटिंग
By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: December 5, 2023 12:58 PM2023-12-05T12:58:23+5:302023-12-05T13:02:52+5:30
मध्य प्रदेश में बीजेपी को मिली बंपर जीत के पीछे सिर्फ लाडली बहना का असर नहीं है बल्कि पुरुषों के साथ युवा वोटर ने भी बढ़-चढ़कर भाजपा को वोट दिया है। सिर्फ शहरी इलाकों में नहीं बल्कि गांव में भी बीजेपी के पक्ष में बढ़ चढ़कर वोटिंग हुई है।
भाजपा के वोट परसेंट को बढ़ाने में सबकी भूमिका
विधानसभा चुनाव में डाले गए वोट के प्रतिशत से साफ है कि मध्य प्रदेश के चुनाव में बीजेपी हर वर्ग को साधने में सफल रही है । प्रदेश में 2018 के मुकाबले में बीजेपी को 7 फ़ीसदी वोट महिलाओं के ज्यादा मिले हैं। 36 साल से 50 साल की उम्र वाले लोगों के वोट शेयर में सबसे ज्यादा उछाल आया है। बीते चुनाव के मुकाबले भाजपा को पुरुषों के भी 4 फीसदी ज्यादा वोट मिले हैं। पहले भाजपा को 40 फ़ीसदी वोट मिले थे जो अब बढ़कर 44 फ़ीसदी हो गए।
भाजपा के पक्ष में महिलाओं के वोट शेयर की बात करें तो 2018 की तुलना में इसमें 7 फ़ीसदी की वृद्धि हुई है और यह इस बार बढ़कर 50 फ़ीसदी हो गया है। इसी तरीके से कांग्रेस के पक्ष में पुरुषों का वोट शेयर 2018 की तरह 41 फीसदी जस का तस रहा। जबकि महिलाओं का वोट शेयर एक फ़ीसदी के साथ बड़ा है और यह 40 फ़ीसदी तक पहुंचा।
प्रदेश के विधानसभा चुनाव में नए वोटर ने भी बीजेपी के समर्थन में वोट डाला है। भाजपा को नए वोटर का चार फ़ीसदी वोट शेयर हासिल हुआ है। जबकि कांग्रेस को नए वोटर का कोई शेयर बढ़ा हुआ नहीं मिला।
बीते चुनाव की बात करें तो कांग्रेस को 18 से 25 साल उम्र के वाटर का 42 फ़ीसदी वोट शेयर मिला था जो इस बार भी वैसा ही रहा। वहीं बीजेपी को 18 से 25 साल की उम्र के वोटर का 4 फ़ीसदी ज़्यादा वोट हासिल हुआ। इस बार बीजेपी को 44 फ़ीसदी युवा वोट हासिल हुए।
आयु वर्ग 26 से 35 में 5 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है। और यह 47 फीसदी रहा है। 36 से 50 साल उम्र के वोट शेयर की बात करें तो इसमें भी 9 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है और इसका प्रतिशत 50 फ़ीसदी रहा है। 51 से 60 साल की उम्र के वोटर के वोट में भी वृद्धि देखी गई है इस उम्र के तीन फ़ीसदी ज़्यादा लोगों ने अपने वोट का इस्तेमाल भाजपा के पक्ष में किया और भाजपा को 47 फ़ीसदी वोट मिले।
60 से ज्यादा उम्र वाले बुजुर्गों ने भी भाजपा के पक्ष में बढ़-चढ़कर वोटिंग की। इस उम्र के लोगों ने इस बार 3 फ़ीसदी ज़्यादा वोट भाजपा के पक्ष में किया और यह 46 फ़ीसदी दर्ज हुआ।
तीसरे दल का वोट प्रतिशत
वही इस बार बहुजन समाज पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को भी वोट परसेंट में फायदा पहुंचा है 2018 की तुलना में इन दोनों के वोट प्रतिशत में दो फ़ीसदी का इजाफा देखा गया और बसपा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा वोट हासिल हुए।
वोट शेयर के ट्रैक रिकॉर्ड पर नजर डालें तो
भाजपा को 2018 के मुकाबले 4 फीसदी पुरुषों का वोटर शेयर मिला। और साथ फीस दी बोर्ड शेयर महिलाओं का बड़ा मिला
कांग्रेस की बात करें तो 2018 के मुकाबले एक फ़ीसदी ज़्यादा वोट शेयर महिलाओं का कांग्रेस का मिला, जबकि 41 फीसदी पुरुष वोट शेयर कांग्रेस का वैसा ही रहा। इसी तरीके से ग्रामीण इलाकों में भी बीजेपी को फायदा मिलता हुआ नजर आया। बीजेपी के पक्ष में ग्रामीण वोट शेयर 2018 की तुलना में 6 फ़ीसदी बढ़कर 46 फ़ीसदी तक हो गया।