"अयोध्या में स्थापित हो रही मूर्ति 'भाजपा के राम' की है, हमारे राम तो सिद्धारमैया हैं", कर्नाटक कांग्रेस के नेता ने दिया विवादित बयान
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 2, 2024 11:43 AM2024-01-02T11:43:44+5:302024-01-02T11:54:01+5:30
कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री एच अंजनेय ने सोमवार को बेहद विवादित बयान देते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को भगवान राम बता दिया, जिसके बाद से सूबे की सियासत में खासी हलचल मची है।
बेंगलुरु: कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री एच अंजनेय ने सोमवार को बेहद विवादित बयान देते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को भगवान राम बता दिया, जिसके बाद से सूबे की सियासत में खासी हलचल मची है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार कांग्रेस नेता अंजनेय ने न केवल मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को राम बताया बल्कि 22 जनवरी को अयोध्या में स्थापित हो रही भगवान राम की मूर्ति को 'भाजपा का राम' बताया है।
उन्होंने कहा, "अयोध्या में गर्भगृह में स्थापित की जाने वाली मूर्ति 'भाजपा के राम' की होगी। आंजनेय की यह टिप्पणी इस सप्ताह की शुरुआत में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि चूंकि उन्हें इस महीने राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह के लिए औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है, इसलिए उन्होंने अभी तक कार्यक्रम में शामिल होने पर फैसला नहीं किया है।
वहीं अंजनेय ने मंगलवार को चित्रदुर्ग में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "सिद्धारमैया ही हमारे लिए राम हैं। उन्हें प्रतिष्ठा समारोह के लिए अयोध्या क्यों जाना चाहिए? वह अपने पैतृक गांव में पूजा कर सकते हैं, जहां पहले से राम मंदिर है।"
उन्होंने कहा, "सिद्धारमैया को भला अयोध्या के राम मंदिर क्यों जाना चाहिए? जो मूर्ति वहां स्थापित की जानी है वह तो भाजपा के राम हैं। वे केवल भाजपा के लोगों को निमंत्रण भेज रहे हैं और भजन गा रहे हैं। इसलिए उन्हें ऐसा करने दें। हमारे लिए तो राम हर जगह हैं, वह हमारे दिलों में हैं।''
इसके अलावा उन्होंने भाजपा पर लोगों को धर्म और समुदायों के आधार पर बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी उन बड़े 'सामाजिक मुद्दों' को प्राथमिकता नहीं दे रही है, जिनसे आज की तारीख में देश जूझ रहा है।
अंजनेय ने कहा, "भाजपा हमेशा ऐसा करती है, लोगों को धर्म और समुदाय के आधार पर बांटती है। वे आक्रामक तरीके से दूसरों की कीमत पर वोट के लिए एक विशेष समुदाय को लुभा रहे हैं। वे राम मंदिर निर्माण के बारे में बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं, जबकि देश में बेघर लोग वास्तव में गटर में रह रहे हैं। वे पेड़ों के नीचे दिन और रात बिता रहे हैं। उन्हें उनके लिए किफायती घर बनाने चाहिए, उन्हें बेहतर जीवन देना चाहिए।"
वहीं कांग्रेस नेता अंजनेय के इस बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता बसनगौड़ा पाटिल यत्नाल ने कहा कि उन्हें भगवान राम और अन्य हिंदू देवताओं के बारे में सम्मान के साथ बोलना चाहिए।
भाजपा नेता यत्नाल ने अंजनेय की टिप्पणी पर रोष व्यक्त करते हुए कहा, "यह हमारा दुर्भाग्य है कि ऐसे बेवकूफ, हिंदू विरोधी नेता कर्नाटक में हमारे मंत्री रहे हैं।"
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले हैं। इस आयोजन के लिए तैयारियां जोरों पर चल रही हैं, जिसमें हजारों गणमान्य व्यक्तियों और समाज के सभी वर्गों के लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
राम मंदिर में स्थापित होने वाली भगवान की मूर्ति कर्नाटक के मूर्तिकार योगीराज अरुण द्वारा बनाई गई है। श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के मुताबिक अयोध्या में राम लला (शिशु भगवान राम) के प्राण-प्रतिष्ठा (अभिषेक) समारोह में शामिल होने के लिए 10,000 से 15,000 लोगों की व्यवस्था की गई है।