मुंबईः महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बड़े हिस्से में सोमवार सुबह तकनीकी गड़बड़ी के चलते बिजली आपूर्ति ठप होने से लोकल ट्रेन सेवाएं बाधित हो गईं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मामले पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा है कि बिजली की आपूर्ति को काफी हद तक बहाल कर दिया गया है।
समाचार एजेंसी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2000 मेगावाट बिजली गई थी, जिसमें से 1900 मेगावाट बिजली अब वापस आ गई है। हम केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण से एक टीम भेज रहे हैं जो राज्य ट्रांसमिशन प्राधिकरण के साथ बैठकर विश्लेषण करेगी कि कहां समस्या हुई, क्यों हुई और उसका क्या समाधान है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रिड में कोई समस्या नहीं रही, समस्या राज्य ग्रिड के कुछ अंशों में हुई। समस्या शनिवार को शुरू हुई जब पुणे से कलवा आने वाली एक लाइन में फाल्ट हुआ था। समस्या तब बढ़ी जब एक और लाइन में फाल्ट आ गया, जिससे बाकी लाइन ओवरलोड हो गईं।
इधर, एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सीएम ठाकरे ने बृह्नमुंबई नगर निगम (बीएमसी) आयुक्त इकबाल सिंह चहल को वैकल्पिक प्रबंध करने का भी निर्देश दिया है, ताकि अस्पतालों में बिजली आपूर्ति बाधित न हो। उन्होंने मुख्य सचिव को यह सुनिश्चित करने के लिये कहा है कि नियंत्रण कक्ष और दमकल विभाग इस बात को लेकर सचेत रहें कि बिजली जाने से कोई और अनहोनी न हो।
इससे पहले, नगर निकाय द्वारा संचालित आपदा नियंत्रण कक्ष ने कहा कि शहर के उपनगरीय इलाके कालवा में टाटा पावर द्वारा बिजली आपूर्ति में गड़बड़ी के चलते ऐसा हुआ है और बिजली आने में एक घंटे तक का वक्त लगेगा।
वहीं महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने एक वीडियो बयान जारी कर बताया कि महाराष्ट्र राज्य बिजली ट्रांसमिशन कंपनी के 400 किलोवाट के कालवा-पाडगा केन्द्र में मरम्मत के काम के दौरान दो नंबर सर्किट में तकनीकी गड़बड़ी आ गई। मध्य रेलवे के अधिकारियों ने ग्रिड में गड़बड़ी को ट्रेन सेवाएं बाधित होने की वजह बताया है।