पोलैंड की नागरिक मार्ता कोतलारस्का ने बुधवार को ट्वीट किया कि वीजा नवीनीकरण में मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखने वाली 11 साल की उसकी बेटी अलिक्जा वानतको गोवा वापस नहीं लौटने के कारण अवसादग्रस्त हो रही है।
एलिक्जा ने प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री को पत्र लिखकर उनसे उसका तथा उसकी मां के भारत के वीजा के नवीनीकरण में मदद का अनुरोध किया था। मार्ता ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर कृपया मदद करें।
वह (बेटी) अवसादग्रस्त होती जा रही है। हमारी गलती की वजह से समयावधि से अधिक रुकना नहीं हुआ। मेरे नियोजक ने (समयावधि से अधिक रुकने के लिए) वीजा हेतु जरूरी दस्तावेज सौंपने से इंकार कर दिया है। मैं ऐसी स्थिति में गृह मंत्रालय से एनओसी प्राप्त करने की कोशिश कर रही थी लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया।
उन्होंने एलिक्जा द्वारा बनाई गई भगवान शिव की त्रिशूल के साथ वाली तस्वीर भी डाली। मार्ता को इस साल 24 मार्च को बेंगलुरु के केमपेगौडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उस समय वापस भेज दिया गया जब वह अपने भारतीय वीजा के नवीनीकरण के लिए गई थीं। वह श्रीलंका से यहां आई थीं।
मार्ता को गोवा से अपनी बेटी को लेकर जाने के लिए भारत लौटने से पहले थाईलैंड में इंतजार करना पड़ा। दोनों अब कंबोडिया में हैं। मां ने बेटी के हाथ से लिखे पत्र को भी पोस्ट करते हुए ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, हमारी मदद कीजिए। मेरी बेटी बहुत हताश है और वह केवल 11 साल की है।’’