मजाक चल रहा है, संसद में मंत्री और सांसद के न आने से सभापति नायडू नाराज, कहा- नाम सार्वजनिक हो

By भाषा | Updated: December 9, 2019 16:03 IST2019-12-09T16:03:48+5:302019-12-09T16:03:48+5:30

सभापति ने सोमवार को उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान सभी सूचीबद्ध प्रश्नों के मौखिक जवाब मंत्रियों द्वारा दिये जाने की जानकारी देते हुये बताया कि प्रश्न पूछने वाले चार सदस्य अनुपस्थित थे। शीतकालीन सत्र के दौरान उच्च सदन में यह चौथा दिन है जबकि प्रश्नकाल में सभी प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिये गये हों।

The joke is going on, Chairman Naidu is angry at the absence of a minister and MP in Parliament, said - name should be public | मजाक चल रहा है, संसद में मंत्री और सांसद के न आने से सभापति नायडू नाराज, कहा- नाम सार्वजनिक हो

केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को बात करने के दौरान टोका।

Highlightsभाजपा की कांता कर्दम, विजय पाल सिंह तोमर, आप के संजय सिंह और अन्नाद्रमुक के आर वैद्यलिंगम शामिल हैं।नायडू ने कहा कि अनुपस्थित रहने वाले सदस्यों के नाम सार्वजनिक किये जाने चाहिए।

राज्यसभा में सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन पटल पर दस्तावेज रखे जाने के समय संबद्ध मंत्रियों और प्रश्नकाल में सवाल पूछने वाले सदस्यों के अनुपस्थित रहने पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सदस्यों को कम से कम उनसे नाम पर सूचीबद्ध सवाल पूछने या दस्तावेज पटल पर पेश करने के समय सदन में उपस्थित रहना अपेक्षित है।

सभापति ने सोमवार को उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान सभी सूचीबद्ध प्रश्नों के मौखिक जवाब मंत्रियों द्वारा दिये जाने की जानकारी देते हुये बताया कि प्रश्न पूछने वाले चार सदस्य अनुपस्थित थे। शीतकालीन सत्र के दौरान उच्च सदन में यह चौथा दिन है जबकि प्रश्नकाल में सभी प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिये गये हों।

इनमें भाजपा की कांता कर्दम, विजय पाल सिंह तोमर, आप के संजय सिंह और अन्नाद्रमुक के आर वैद्यलिंगम शामिल हैं। नायडू ने कहा कि अनुपस्थित रहने वाले सदस्यों के नाम सार्वजनिक किये जाने चाहिए। इससे पहले सभापति ने शून्यकाल के दौरान आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए जाने के दौरान केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को बात करने के दौरान टोका।

उन्होंने दस्तावेज पटल पर रखने के लिए जब मंत्रियों के नाम पुकारे तब सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के लिए जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह को उनके मंत्रालय की ओर से दस्तावेज पटल पर रखना था। लेकिन सिंह सदन में मौजूद नहीं थे।

इस पर सभापति ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जब मंत्रियों के नाम सूची में रहते हैं तो उन्हें अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करनी चाहिए और अगर किसी कारणवश वह मौजूद नहीं हो सकते तो उन्हें इसकी सूचना भी देना चाहिए। 

Web Title: The joke is going on, Chairman Naidu is angry at the absence of a minister and MP in Parliament, said - name should be public

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