Bharat Bandh: जनजीवन प्रभावित, ओडिशा, असम और बंगाल में लोग बेहाल, केंद्र के खिलाफ हल्ला बोल

By भाषा | Published: January 8, 2020 01:11 PM2020-01-08T13:11:24+5:302020-01-08T13:11:24+5:30

हड़ताल के कारण किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य की राजधानी भुवनेश्वर समेत कई जगहों पर सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं। भुवनेश्वर के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अनूप साहू ने बताया कि हड़ताल के दौरान कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 15 प्लाटून (प्रत्येक प्लाटून में 33 जवान) तैनात किए गए हैं।

Ten trade unions have called for #BharatBandh today against 'anti-worker policies of Central Govt' | Bharat Bandh: जनजीवन प्रभावित, ओडिशा, असम और बंगाल में लोग बेहाल, केंद्र के खिलाफ हल्ला बोल

कॉलेजों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों में पूर्वनिर्धारित परीक्षाएं सामान्य तरीके से आयोजित हुईं।

Highlightsअसम में आम जनजीवन प्रभावित रहा और सड़कों से वाहन नदारद रहे तथा दुकानें भी बंद रहीं। अधिकतर निजी कार्यालय बंद रहे लेकिन राज्य सरकार के कार्यालय खुले रहे।

मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और भाजपा नेतृत्व वाली सरकार की ‘‘जनविरोधी नीतियों’’ के विरोध में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाई गई देशव्यापी हड़ताल के कारण समूचे ओडिशा में बुधवार को जनजीवन प्रभावित रहा।

राज्य के कई हिस्सों में ट्रेन एवं बस सेवाएं प्रभावित रहीं। ट्रेड यूनियन कर्मियों ने 24 घंटे की हड़ताल के समर्थन में रेल पटरियों और सड़कों को जाम किया। वाम दलों एवं कांग्रेस के समर्थक भी बंद की हिमायत में सड़कों पर उतरे। राज्य के अधिकतर हिस्सों में दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। कई जिलों में शैक्षणिक संस्थान भी बंद रहे।

बैंकिंग संचालन भी प्रभावित रहे। अस्पतालों और एंबुलेंस जैसी आपात सेवाओं को बंद से अलग रखा गया है। राज्य सरकार ने कर्मचारियों को अपने संबंधित दफ्तरों में जल्दी पहुंचने के लिए पहले ही दिशानिर्देश जारी किए थे।

हड़ताल के कारण किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य की राजधानी भुवनेश्वर समेत कई जगहों पर सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं। भुवनेश्वर के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अनूप साहू ने बताया कि हड़ताल के दौरान कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 15 प्लाटून (प्रत्येक प्लाटून में 33 जवान) तैनात किए गए हैं। 

केंद्र की ‘‘जनविरोधी नीतियों’’ के खिलाफ ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाई गई हड़ताल के कारण बुधवार को असम में आम जनजीवन प्रभावित रहा और सड़कों से वाहन नदारद रहे तथा दुकानें भी बंद रहीं। दुकानें और बाजार बंद रहे, लेकिन दवा की दुकानें खुली रहीं। शैक्षणिक संस्थान खासकर स्कूल बंद रहे। कॉलेजों एवं उच्च शिक्षण संस्थानों में पूर्वनिर्धारित परीक्षाएं सामान्य तरीके से आयोजित हुईं।

अधिकतर निजी कार्यालय बंद रहे लेकिन राज्य सरकार के कार्यालय खुले रहे। हड़ताल के दौरान सरकारी दफ्तरों में कामकाज सामान्य रूप से चले इसे सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने मंडल आयुक्तों और जिला उपायुक्तों को मंगलवार को दिशानिर्देश जारी किए था और वेतन कटौती एवं अन्य कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। समूचे राज्य में अधिकतर बैंक बंद रहे। 

Web Title: Ten trade unions have called for #BharatBandh today against 'anti-worker policies of Central Govt'

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