Tejashwi Yadav Birthday: समाजवाद की मशाल को अपने खून पसीने से रोशन करते रहे?, तेजस्वी यादव को पिता लालू प्रसाद यादव ने लिखा भावुक पत्र...
By एस पी सिन्हा | Updated: November 9, 2024 16:07 IST2024-11-09T16:05:46+5:302024-11-09T16:07:03+5:30
Tejashwi Yadav Birthday: जनसेवा के जिस पथ पर तुम चल रहे हो, उस पर बिना थके, बिना झुके जनता की निरंतर सेवा करते हुए आगे बढ़ते रहो।

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Tejashwi Yadav Birthday: बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के जन्मदिन के अवसर पर उनके पिता और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भावुक पत्र लिखा है। इस पोस्ट में उन्होंने तेजस्वी यादव की जमकर तारीफ की है। लालू यादव ने इस पत्र को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा है कि प्रिय तेजस्वी, तुम्हारे जन्मदिन पर परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि परमपिता आपको हिम्मत, हौसला, ताकत, सेहत, ऊर्जा, आत्मबल और अटूट इच्छा शक्ति प्रदान करे।
प्रिय तेजस्वी,
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 9, 2024
तुम्हारे जन्मदिन पर परमात्मा से प्रार्थना करते हैं कि परम पिता आपको हिम्मत, हौसला, ताक़त, सेहत, ऊर्जा, आत्मबल और अटूट इच्छा शक्ति प्रदान करे। जनसेवा के जिस पथ पर तुम चल रहे हो उस पर बिना थके, बिना झुके जनता की निरंतर सेवा करते हुए आगे बढ़ते रहो। समाजवाद की मशाल को… pic.twitter.com/eg2dtVN87a
जनसेवा के जिस पथ पर तुम चल रहे हो, उस पर बिना थके, बिना झुके जनता की निरंतर सेवा करते हुए आगे बढ़ते रहो। समाजवाद की मशाल को अपने खून पसीने से रोशन करते रहो। उन्होंने आगे लिखा है कि संविधान, सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता व लोकतंत्र की रक्षा और गरिमा को सुरक्षित रखने के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने के लिए सदैव तैयार रहें।
आपके सारे वचन और सारी कसमें पूर्ण हों, फिर चाहे वह नौजवानों को नौकरी रोजगार दिलाने की बात हो, स्वास्थ्य शिक्षा और सुरक्षा की बात हो, किसान और मजदूर के हक की बात हो, माताओं, बहनों और दीदियों के सम्मान की बात हो। आप अपने सभी संकल्पों को हर हाल में पूरा कर पाएं, यही आशा, प्रार्थना और दुआ करता हूं।
तुम सार्वजनिक जीवन में हो, जब कभी भी तुम्हें लगे कि तुम हताश और निराश हो, सीधा बिना सोचे-समझे अपने जनता मालिकों के बीच चले जाना। सदैव सकारात्मक, ऊर्जावान, प्रगतिशील, कार्यशील, अनुशासित, कर्मठ, समर्पित, चरित्रवान, सैद्धांतिक, वफादार, ईमानदार और वैचारिक लोगों को तरजीह देना।
फक्र है पिता की इन सीख सलाह पर तुम शुरू से अमल कर रहे हो। व्यक्ति पद और सत्ता से नहीं बल्कि विचार और चरित्र से बड़ा होता है। सिद्धांतहीन व्यक्ति को ना आवाम दिलों में जगह देती है और ना इतिहास और जमात! मैं जानता हूं कि तुम जो कहते हो, वो करते हो। जितना तुम काम के धुनी, कमिटमेंट के पक्के और इरादों के जिद्दी हो, उतना ही बड़े-बुजुर्गों का कहावक व आदेश मानने में मुलायम।
लालू यादव ने आगे लिखा है कि आज पूरा बिहार तुम्हारी तरफ उम्मीद भरी नज़रों से देख रहा है। उनकी सारी उम्मीदों पर खरा उतरिएगा, उनका साथ दीजिएगा, उनकी शक्ति बनिएगा। संकल्पित और समर्पित भाव से सभी को साथ लेकर कामयाबी, तरक्की, और परिवर्तन के रास्ते पर बिहार को आगे बढ़ाने का काम करते रहिये।
करते रहिए... लड़ते रहिए... जीतते रहिए...।35 वर्ष की उम्र में तुमने इतने उतार-चढ़ाव देखे हैं, बहुत कुछ सीखा और सिखाया भी है। कभी-कभार सोचता हूं कि 25 से 35 वर्ष की आयु उम्र में हम क्या थे, क्या आचार-विचार, सपने-लक्ष्य थे और अब तुम्हारा देखता हूं तो मुझे ख़ुशी और गर्व होता है।
बिहार के जन-जन का जीवन यशस्वी और तेजस्वी बने, इसके लिए कुल देवी-देवता तुम पर अपनी कृपा और आशीर्वाद बनाए रखें। तुम जनता के थे, जनता के हो और सदा जनता के ही रहोगे। ढेर सारा प्यार और खूब खूब आशीर्वाद। जन्मदिन बहुत-बहुत मुबारक हो बाबू। हैप्पी बर्थडे तेजस्वी।

