तरन तारन विधानसभा उपचुनावः पंजाब में आप या कांग्रेस, कौन जीतेगा उपचुनाव
By सतीश कुमार सिंह | Updated: November 14, 2025 08:36 IST2025-11-13T18:58:40+5:302025-11-14T08:36:10+5:30
Tarn Taran Assembly by-election: आप उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू और कांग्रेस उम्मीदवार करणबीर सिंह बुर्ज में टक्कर है।

Tarn Taran Assembly by-election
तरन तारनः पंजाब में तरनतारन विधानसभा उपचुनाव पर 14 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी। जून 2025 में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक डॉ. कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद चुनाव हो रहा है। तरन तारन विधानसभा उपचुनाव के लिए 60.95 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों में तरन तारन विधानसभा क्षेत्र में 65.81 प्रतिशत मतदान हुआ था। कुल 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। आप उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू और कांग्रेस उम्मीदवार करणबीर सिंह बुर्ज में टक्कर है।
यह उपचुनाव काफ़ी चर्चा में है, क्योंकि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के लिए एक अहम परीक्षा माना जा रहा है, जो इस सीट पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए उत्सुक है। कांग्रेस उम्मीदवार करणबीर सिंह बुर्ज के नेतृत्व में कांग्रेस ने भी ज़ोरदार प्रचार किया है। पार्टी की तरनतारन ज़िला इकाई के प्रमुख बुर्ज पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की उम्मीदवार सुखविंदर कौर रंधावा अपनी बेटी कंचनप्रीत कौर के साथ काका कंडियाला गांव के एक मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंचीं थीं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस सीट को बरकरार रखने के लिए आक्रामक प्रचार किया है।
यह उपचुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके परिणाम सीमावर्ती निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं के बीच आप सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों की लोकप्रियता पर भी प्रकाश डालेंगे। कांग्रेस पार्टी के लिए भी बहुत कुछ दांव पर लगा है, जिसने इस उपचुनाव के लिए अपनी तरनतारन जिला इकाई के प्रमुख करणबीर सिंह बुर्ज को उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा भी इस उपचुनाव में जीत की उम्मीद कर रही है, क्योंकि पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। भाजपा ने पार्टी की जिला इकाई के अध्यक्ष हरजीत सिंह संधू को उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया। यह चुनाव शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है, पत्नी हरसिमरत कौर बादल के साथ मिलकर सुखविंदर कौर रंधावा के लिए जोरदार प्रचार किया।
इस उपचुनाव मैदान में 15 उम्मीदवार हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र में पात्र मतदाताओं की संख्या 1,92,838 है, जिनमें 1,00,933 पुरुष, 91,897 महिलाएं और आठ तृतीय लिंग के मतदाता हैं। पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में आप के 93 विधायक, कांग्रेस के 16, शिरोमणि अकाली दल के तीन, भाजपा के दो और बहुजन समाज पार्टी का एक विधायक है। एक सीट निर्दलीय के पास है।
पंजाब में तरन तारन विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतगणना शुक्रवार को होगी। इस सीट के लिए सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप), कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की नजरें टिकी हैं। उपचुनाव के तहत इस सीट पर मंगलवार को हुए मतदान में 60.95 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया।
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि पिड्डी स्थित ‘इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ नर्सिंग’ में स्थापित मतगणना केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। निर्वाचन अधिकारी गुरमीत सिंह ने बताया कि सुबह आठ बजे शुरू होने वाली मतगणना 16 राउंड में पूरी होगी। पंजाब में मार्च 2022 के बाद से अब तक यह सातवां विधानसभा उपचुनाव है और पिछले छह में से पांच उपचुनावों में सत्तारूढ़ आप ने जीत हासिल की थी। इस उपचुनाव को मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप नेताओं के लिए एक अग्निपरीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है।
आप ने तरन तारन से तीन बार विधायक रहे हरमीत सिंह संधू को मैदान में उतारा जो जुलाई में पार्टी में शामिल हुए थे। कांग्रेस पार्टी के लिए भी बहुत कुछ दांव पर लगा है, जिसने इस उपचुनाव के लिए अपनी तरन तारन जिला इकाई के प्रमुख करणबीर सिंह बुर्ज को उम्मीदवार बनाया है।
चुनाव प्रचार अभियान के दौरान पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह के खिलाफ कथित ‘जातिवादी’ टिप्पणी के लिए प्रतिद्वंद्वियों की आलोचना का सामना करना पड़ा, हालांकि बाद में उन्होंने माफी मांग ली। राज्य में अपनी पैठ बनाने की कोशिश में जुटी भाजपा ने तरन तारन जिले के अपने अध्यक्ष हरजीत सिंह संधू को मैदान में उतारा है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू सहित वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया। यह चुनाव शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जिन्होंने पार्टी उम्मीदवार सुखविंदर कौर रंधावा के लिए जोरदार प्रचार किया।