मेंगलुरु, 27 जूनः कर्नाटक के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कुमारास्वामी की कुर्सी पर एकबार फिर संकट घिरता दिख रहा है। कांग्रेस पार्टी के 9 विधायक और 1 मंत्री नाराज सिद्धारमैया से मिलने रे लिए दक्षिण कन्नड़ जिले के बेलतानगडी पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि आगामी बजट सत्र से पहले ही प्रदेश में कोई बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिल सकता है। सिद्धारमैया कांग्रेस-जेडी(एस) समन्वयम समिति के भी अध्यक्ष हैं।
दरअसल, कुमारास्वामी की कुर्सी पर खतरे की आशंका एक वीडियो के बाद और प्रबल हो गई जिसमें सिद्धारमैया जेडी(एस)-कांग्रेस गठबंधन के भविष्य पर संदेह व्यक्त कर रहे हैं। इस वीडियो को क्षेत्रीय मीडिया ने खूब बढ़ाया। वीडियो में सिद्धारमैया गठबंधन की सरकार का कार्यकाल पूरा करने पर संदेह प्रकट करते हुए कहते हैं, 'पांच साल... मुश्किल है। देखो लोकसभा चुनाव 2019 के बाद क्या होता है।'
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वीडियो में सिद्धारमैया कथित रूप से कहा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव तक जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन बना रहेगा। लेकिन उसके बाद गठबंधन जारी रखने पर विचार किया जाएगा। जेडी(एस) कैम्प ने भी अपनी मंशा जाहिर कर दी है। 15 जून को जब मुख्यमंत्री कुमारास्वामी से गठबंधन संकट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 2019 तक उन्होंने कोई खतरा नहीं है। मैं कम से कम एक साल तो मुख्यमंत्री रहूंगा ही।
कर्नाटक में गठबंधन की सरकार बिल्कुल मुहाने पर खड़ी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के कुछ नाराज विधायक बीजेपी से संपर्क भी कर रहे हैं। वहीं दूसरी और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से विधायकों की मुलाकात गठबंधन की मुश्किलें बढ़ा सकती है।
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