लखनऊ: विश्व धरोहर सप्ताह के तहत 19 नवंबर को आगरा में विश्व प्रसिद्ध ताजमहल, आगरा किला सहित कई प्राचीन इमारतों और स्मारकों में पर्यटकों को नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि 19 नवंबर को जो कोई भी ताजमहल का सैर करेगा, उसे अंदर जाने के लिए फीस नहीं देनी होगी। वे फ्री में ताजमहल को घूम सकते है।
लेकिन वो लोग जो ताजमहल के अंदर जाते है और इमारत के मुख्य गुंबद को देखना चाहते है, उन्हें इसके लिए अतिरिक्त टिकट लेना होगा। आपको बता दें कि विश्व धरोहर सप्ताह 19 नवंबर से मनाया जा रहा है और इसे विभिन्न स्मारकों में भी आयोजित किया जाएगा।
फ्री में घूम सकते है ताजमहल और अन्य जगह
मामले में बोलते हुए अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ. राजकुमार पटेल ने बताया कि 19 नवंबर को ताजमहल में केवल प्रवेश नि:शुल्क होगा यानी 50 रुपए का प्रवेश टिकट नहीं खरीदना होगा। डॉ. राजकुमार पटेल ने बताया कि हालांकि इमारत के मुख्य गुंबद तक जाने के लिए 200 रुपए का अतिरिक्त टिकट खरीदना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि ये निर्णय भीड़ नियंत्रण के लिए लिया गया है। आपको बता दें कि विश्व धरोहर सप्ताह 19 नवंबर को शुरू होगा जो 25 नवंबर तक विभिन्न स्मारकों में आयोजित किया जाएगा।
यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में ताजमहल टॉप 10 में है शामिल
यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में शामिल ताज महल 2021-22 में घरेलू पर्यटकों के लिए केंद्र द्वारा संरक्षित उन सबसे अधिक लोकप्रिय 10 स्थानों में शामिल है जहां प्रवेश के लिए शुल्क लगता है। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की एक नयी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी।
दिल्ली लाल किला और कुतुब मीनार ने भी लिस्ट में बनाई अपनी जगह
इस सूची में मुगल कालीन मकबरा ताजमहल पहले स्थान पर, वहीं यूनेस्को से मान्यता प्राप्त दिल्ली स्थित लाल किला और कुतुब मीनार दूसरे और तीसरे क्रम के सबसे अधिक लोकप्रिय स्थान चुने गये हैं। ‘इंडिया टूरिज्म स्टैटिस्टिक्स 2022’ शीर्षक वाली 280 पन्नों से अधिक की रिपोर्ट को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर यहां जारी किया।
कोविड के कारण कम हुए है विदेशी पर्यटक
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंधों के कारण भारत में 2021 में विदेशी पर्यटकों की आवक कम हो गई है। 2020 में देश में 27.4 लाख विदेशी सैलानी आये थे जिनकी संख्या पिछले साल कम होकर 15.2 लाख रह गयी।
ताजमहल को लेकर एएसआई ने क्या कहा
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के तहत आने वाले अनेक स्थानों पर सैलानियों की आवक के बारे में आंकड़े साझा करते हुए रिपोर्ट में बताया गया है कि 2021-22 में केंद्र द्वारा संरक्षित शुल्क वाले स्मारकों में घरेलू पर्यटकों के बीच ताज महल सबसे लोकप्रिय रहा है।
वहीं तमिलनाडु में ममल्लापुरम के स्मारकों को इसी अवधि में केंद्र द्वारा संरक्षित तथा शुल्क से प्रवेश वाले स्मारकों में विदेशी पर्यटकों के बीच सबसे लोकप्रिय बताया गया और यहां 1.4 लाख विदेशी पहुंचे। इस सूची में ताज महल 38 हजार लोगों के आगमन के साथ दूसरे नंबर पर रहा। रिपोर्ट में दिये गये आंकड़ों के अनुसार 2021-22 में ताज महल का दीदार 32.9 लाख घरेलू पर्यटकों ने किया।
लाल किला देखने 13.2 लाख और कुतुब मीनार के लिए 11.5 लाख सैलानी पहुंचे। भारत में ऐसे 3,693 धरोहर स्थल हैं जिनका संरक्षण एएसआई के हाथ में हैं। इनमें से कई यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल हैं।