संसद की विशेषाधिकार समिति के सामने निलंबित अधीर रंजन चौधरी रखेंगे अपना पक्ष, जानें कब होगी अगली बैठक
By अंजली चौहान | Published: August 18, 2023 04:04 PM2023-08-18T16:04:40+5:302023-08-18T16:29:06+5:30
अधीर रंजन चौधरी को कमेटी की बैठक के अगले दिन 30 अगस्त को कमेटी के सामने पेश होने के लिए कहा जा सकता है। उन्हें लोकसभा से अर्मायदित व्यवहार के लिए निलंबित किया गया है।
नई दिल्ली: लोकसभा से निलंबित हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी को लेकर आज लोकसभा की विशेषाधिकार समिति की बैठक हुई है। इस बैठक में फैसला लिया गया है कि कांग्रेस सांसद को अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा।
गौरतलब है कि अधीर रंजन चौधरी को 10 अगस्त को लोकसभा से 'अनियंत्रित व्यवहार' के लिए निलंबित कर दिया गया था। उनके ऊपर लगे इन आरोपों को लेकर समिति ने उन्हें 30 अगस्त को पेश होने के लिए कहा है और अपने पक्ष में बात रखने की छूट दी है।
क्या बोले अधीर रंजन चौधरी
आज विशेषाधिकार समिति की बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस सांसद ने कहा कि विशेषाधिकार समिति की बैठक नियमों के मुताबिक हो रही है। मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना है।
मुझे बैठक का एजेंडा भी नहीं पता। मुझे उम्मीद है कि कार्यवाही वैसे ही होगी नियमों के अनुसार। समिति द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद अध्यक्ष (लोकसभा) निर्णय लेंगे। यह (लोकसभा से निलंबन) नियमों के अनुसार नहीं हुआ।
The Privilege Committee of Lok Sabha has decided to give an opportunity to Congress MP Adhir Ranjan Chowdhury to appear before the Committee to respond to allegations against him. He may be asked to appear before the Committee on August 30, the next date of the meeting of the…
— ANI (@ANI) August 18, 2023
जानकारी के अनुसार, विपक्षी नेता अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ कथित आरोपों और सदन में उनके कदाचार पर चर्चा के लिए समिति बनाई जाएगी। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के निलंबन का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने पेश किया था।
जोशी ने कहा कि इस सदन ने अधीर रंजन चौधरी के सदन और अध्यक्ष के अधिकार की घोर उपेक्षा करते हुए किए गए घोर, जानबूझकर और बार-बार किए गए कदाचार को गंभीरता से लिया है और निर्णय लिया है कि उनके कदाचार के मामले को आगे की जांच के लिए सदन की विशेषाधिकार समिति को भेजा जाए।
उन्होंने कहा कि सदन को रिपोर्ट दें और समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंपने तक अधीर रंजन चौधरी को सदन की सेवा से निलंबित किया जाए।
सदन में पीएम मोदी के खिलाफ की थी टिप्पणी
मालूम हो कि मानसून सत्र के दौरान सदन में विपक्ष के लाए अविश्वास पत्र पर अधीर रंजन चौधरी को बोलने का मौका मिला था। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर निशाना साधा था।
मणिपुर मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता ने पीएम को अंधा राजा करार दिया। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में मुझे ये बोलने की इच्छा हो रही है कि जब राजा अंधा होता है तो चाहे हस्तिनापुर हो या फिर मणिपुर वहां द्रौपदी का वस्त्रहरण होता है।
इस बयान के बाद बीजेपी ने अधीर रंजन को जमकर खरीखोटी सुनाई थी। उनके इस बयान के बाद वह सदन से निलंबित हो गए थे। हालांकि, बाद में कांग्रेस सांसद ने अपने बयान को लेकर सफाई भी दी थी।