देश की पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज अब नहीं रहीं। वह 67 साल की थीं। दिल्ली स्थित एम्स में अंतिम सांस ली। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज और मिजोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल सबसे कम उम्र में कई उपलब्धियों की वजह से लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं।
जहां देश की पूर्व विदेश मंत्री 25 साल की उम्र में हरियाणा विधानसभा में कैबिनेट मंत्री बन गई थीं। वहीं स्वराज कौशल 38 साल के उम्र में राज्यपाल बन गए थे। हिमाचल के सोलन में जन्मे कौशल और सुषमा स्वराज ने प्रेम विवाह किया था। 1977 में सुषमा स्वराज देवीलाल की जनता पार्टी सरकार में श्रम मंत्री बन परचम लहरा दी थीं।
वहीं कौशल समाजवादी कैंप से जुड़े रहे हैं। वह सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं। उनके नाम देश में सबसे कम उम्र का राज्यपाल बनने का रिकॉर्ड है। सिर्फ 38 साल की उम्र में ही वह मिजोरम के राज्यपाल बन गए थे। वह फररवरी 1990 से 1996 के बीच राज्यपाल रहे।
स्वराज कौशल भारत में पूर्वोत्तर मामलों के जानकार माने जाते हैं। 1979 में उन्होंने ही अंडरग्राउंड मिजो लीडर लालडेंगा की रिहाई संभव कराई थी। इसके बाद सरकार से समझौता वार्ता के लिए वह अंडरग्राउंड मिजो नेशनल फ्रंट के संवैधानिक सलाहकार बनाए गए।
स्वराज कौशल का जन्म 1952 में हुआ था। जब देश में आपातकाल (1975) लागू था तब इन दोनों ने शादी की थी। इस तरह पति और पत्नी दोनों की इन शानदार उपलब्धियों के चलते दुनिया भर में चर्चित लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने उनके नाम विशिष्ट दंपती के तौर पर शामिल किए।