डिब्रूगढ़ (असम), 28 दिसंबर पैसे लेकर नौकरी दिलाने का वादा करने के आरोप से घिरी असम मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर अजंता हजारिका ने सोमवार को यहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में आत्मसमर्पण किया।
एक पुलिस आधकारी ने बताया कि उपरी असम के डिब्रूगढ़ थाने में उनके खिलाफ पैसे के बदले नौकरी का मामला दर्ज होने के बाद वह पिछले 21 दिनों से फरार चल रही थीं।
पुलिस ने शनिवार को इस मामले में अंजता हजारिका के पति सिमंत ज्योति सैकिया को गिरफ्तार किय था।
अजंता हजारिका के आत्मसमर्पण करने के बाद अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
डिब्रूगढ़ में अमोल नाथ नामक एक व्यक्ति ने सात दिसंबर को गभारूपाथर पुलिस चौकी में अंजता हजारिका के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी और उन पर उससे और दो अन्य से पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में नौकरी दिलाने का वादा करके करीब 22 लाख रूपये लने का आरोप लगाया था।
नाथ ने दावा किया था कि उसने हजारिका द्वारा मांगी गयी रकम का आधा हिस्सा राजीव पराशर के खाते में अंतरित कर दिया। पराशर को सरकारी नौकरी परीक्षाओं के उम्मीदवारों से पैसे ऐंठने के आरोप में अक्टूबर में गुवाहाटी आपराध शाखा ने गिरफ्तार किया था।
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