सुप्रिया सुले ने कहा, "अजित पवार 'मेरे भाई', उनसे कोई लड़ाई नहीं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: July 3, 2023 09:09 IST2023-07-03T09:05:12+5:302023-07-03T09:09:02+5:30
शरद पवार की बेटी और एनसीपी की कार्यकारी प्रमुख सुप्रिया सुले ने अजित पवार के शिंदे सरकार में शामिल होने पर कहा कि उनके लिए अजित पवार का यह कदम बेहद दुखदायी है लेकिन सारी घटनाओं के बावजूद वह हमेशा उनके भाई रहेंगे।

सुप्रिया सुले ने कहा, "अजित पवार 'मेरे भाई', उनसे कोई लड़ाई नहीं"
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में मचे घमासान पर शरद पवार की बेटी और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि अजित पवार का यह कदम बेहद दुखदायी है लेकिन सारी घटनाओं के बावजूद वह मेरे भाई रहेंगे। सुप्रिया सुले ने रविवार देर रात यह टिप्पणी उस घटनाक्रम के बीच कि जब एनसीपी ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष एनडीए सरकार में शामिल होने के लिए अजीत पवार सहित आठ अन्य नेताओं के खिलाफ अयोग्यता याचिकाएं दायर की है।
समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए बारामती से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने पूरे घटनाक्रम पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा, “मैं अजित दादा के साथ झगड़ा नहीं कर सकती, मैं उनसे साथ कभी झगड़ा नहीं कर सकता। मैं गुस्से में नहीं हूं। भावनात्मक रिश्ते और पेशेवर काम दो अलग चीजें हैं। इसलिए मैं दोनों को कभी मिक्स नहीं करती हूं।''
सुले ने सुबह मुंबई में अजीत पवार के आधिकारिक आवास 'देवगिरी' में हुई बैठक के बारे में कुछ भी बताने से इनकार करते हुए कहा, "उनके और अजित दादा के बीच जो चर्चा हुई, वह केवल उनके ही बीच रहेगी लेकिन बीता हुआ अन्य दिनों की तरह एक चुनौतीपूर्ण दिन था।
एनसीपी सांसद सुले ने कहा, “एनसीपी के पास पार्टी के अंदर कभी नफरत या कोई गलतफहमी नहीं थी। विचार और नफरत अलग-अलग चीजें हैं। अजित पवार के विचार अलग थे और हमारे अलग थे। हम अपने सभी विधायकों का सम्मान करते हैं। मैं हमेशा पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से बात करती हूं, मैंने कल भी उनसे बात की थी और कल भी मैं उनसे बात करूंगी।”
सुले ने इस प्रतिक्रिया के साथ भाजपा पर भी निशान साधा और कहा, ''भाजपा चौबीसों घंटे चुनावी मूड में है। एनसीपी को भ्रष्ट पार्टी कहने वाली भाजपा अब हमारे ही यहां से गये नेताओं का स्वागत कर रही है। आखिर कैसे? मैं दूसरों की जिंदगी के अंदर झांकने के बजाय अपने काम पर ध्यान केंद्रित करूंगा। मैं हमेशा एनसीपी और सच्चाई के साथ हूं, मुझे हर दिन इस प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। अजित पवार की बगावत मेरे लिए एक नई चुनौती है।''
सुप्रिया सुले ने एनसीपी नेताओं पर केंद्रीय एजेंसी के दबाव की बात करते हुए कहा, ''हम इनकम टैक्स, सीबीआई और ईडी को
आईसीई कहते हैं। ये एजेंसियां ज्यादातर समय विपक्षी नेताओं की घेराबंदी में लगी रहती हैं। मैं एजेंसी के उन अधिकारियों का कभी दोष नहीं देती क्योंकि वो जो कर रहे हैं, उन्हें करने के लिए कहा जाता है।"
अजित पवार विवाद के बाद विपक्ष की रणनीति के विषय में सुले ने साफ कहा, "अजित पवार उनके चचेरे भाई हैं और वो हमेशा भाई रहेंगे। जहां तक इस घटनाक्रम का सवाल है तो उससे विपक्ष की एकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इसके बाद ही हमारी विश्वसनीयता और बढ़ेगी।"