सुप्रिया सुले ने संसद में कर दी पीएम मोदी की तारीफ, सुषमा स्वराज और अरुण जेटली का भी जिक्र किया, देखिए
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: September 18, 2023 03:48 PM2023-09-18T15:48:51+5:302023-09-18T15:50:11+5:30
सुप्रिया सुले ने कहा कि मैं आज प्रधानमंत्री के भाषण की सराहना करती हूं जहां उन्होंने जहां उन्होंने कहा कि शासन निरंतर चलता है। सुले ने कहा कि इस देश के निर्माण में पिछले 7 दशकों में विभिन्न लोगों ने योगदान दिया है, जिसे हम सभी समान रूप से प्यार करते हैं।

एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले
Parliament Special Session: संसद के विशेष सत्र में राज्यसभा में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने अपने भाषण के दौरान कुछ ऐसा कहा जिसे सुनकर सब चौंक गए। दरअसल हमेशा मोदी सरकर पर हमलावर रहने वाली सुप्रिया सुले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ कर दी।
सुप्रिया सुले ने कहा, "मैं आज प्रधानमंत्री के भाषण की सराहना करती हूं जहां उन्होंने सराहना की कि शासन निरंतरता है। इस देश के निर्माण में पिछले 7 दशकों में विभिन्न लोगों ने योगदान दिया है, जिसे हम सभी समान रूप से प्यार करते हैं। चाहे आप इसे इंडिया कहें या भारत, यह आपका अपना देश है। हम सभी यहीं पैदा हुए हैं, हम सभी यहां आकर धन्य हैं।"
एनसीपी नेता ने आगे कहा, " मैं उन दो लोगों को रिकॉर्ड पर रखना चाहूंगी जिनका आज भाजपा ने उल्लेख नहीं किया है, जिनसे मैं अपने संसदीय कार्यों में अत्यधिक प्रभावित रही हूं, जो भाजपा से आते हैं। मुझे अब भी लगता है कि वे सबसे बड़े नेताओं में से एक थे और असाधारण सांसद थे जिनका हम आदर करते थे - सुषमा स्वराज और अरुण जेटली। वे लगातार सहकारी संघवाद की बात करते रहे।"
#WATCH ...मैं आज प्रधानमंत्री के भाषण की सराहना करती हूं जहां उन्होंने सराहना की कि शासन निरंतरता है। इस देश के निर्माण में पिछले 7 दशकों में विभिन्न लोगों ने योगदान दिया है, जिसे हम सभी समान रूप से प्यार करते हैं। चाहे आप इसे इंडिया कहें या भारत, यह आपका अपना देश है। हम सभी यहीं… pic.twitter.com/wGjCwjyfkH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2023
बता दें कि संसद के पुराने भवन में ये आज आखिरी दिन है। 19 सितंबर से संसद नए भवन में शिफ्ट हो जाएगी। इस मौके पर पीएम मोदी ने भी भावुक करने वाली बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में संबोधन के दौरान कहा कि जब मैंने पहली बार एक सांसद के रूप में इस भवन में प्रवेश किया, तो सहज रूप से मैंने इस सदन के द्वार पर अपना शीश झुकाकर, इस लोकतंत्र के मंदिर को श्रद्धाभाव से नमन किया था।वो पल मेरे लिए भावनाओं से भरा हुआ था। पीएम ने कहा कि मैं कभी कल्पना भी नहीं कर सकता था, लेकिन ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है और भारत के सामान्य मानवी की लोकतंत्र के प्रति श्रद्धा का प्रतिबिंब है कि रेलवे प्लेटफॉर्म पर गुजारा करने वाला एक गरीब परिवार का बच्चा पार्लियामेंट में पहुंच गया।
पीएम ने कहा, "इस सदन से विदा लेना बहुत ही भावुक पल है। परिवार भी अगर पुराना घर छोड़कर नए घर में जाता है, तो बहुत सी यादें उसे झकझोर देती हैं। जब हम यह सदन को छोड़कर जा रहे हैं, तो हमारा मन भी उन यादों से भरा है। खट्टे मीठे अनुभव रहे हैं, नोंक झोक भी रही है। ये सारी यादें, हम सभी की साझी विरासत है। इसका गौरव भी हम सभी का साझा है।"