लोकमत पार्लियामेंट्री अवॉर्ड 2019 में इस बार सुप्रिया सदानंद सुले को बेस्ट विमन पार्लियामेंट्री ऑफ ईयर अवॉर्ड-2019 (लोकसभा) से सम्मानित किया गया है। लोकमत मीडिया कंपनी/ ग्रुप हर साल पार्लियामेंट्री अवॉर्ड समारोह का आयोजन करवाता है। इसका आयोजन आज दिल्ली में किया गया। जिसमें महिला सांसद को सम्मानित किया गया है। सुप्रिया सदानंद सुले महाराष्ट्र की लोकसभा सीट बारामती से सांसद हैं। सुप्रिया सुले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP)के अध्यक्ष शरद पवार की बेटी हैं। बारामती सीट पर सुप्रिया सुले से पहले उनके पिता सांसद थे।
सुप्रिया सुले का जन्म 30 जून 1969 को पुणे महाराष्ट्र में हुआ था। सुप्रिया सुले ने मुंबई के जय हिंद कॉलेज से सूक्ष्म जीव विज्ञान में डिग्री ली है। राजनीति में कदम रखने से पहले सुप्रिया सुले वैज्ञानिक ब्लॉक में कार्यरत रही हैं। उन्होंने कैलिफोर्निया में कुछ समय बिताया, जहां उन्होंने यूसी बर्कले में जल प्रदूषण का अध्ययन किया है।
सुप्रिया सुले ने चार मार्च 1991 को सदानंद भालचंद्र सुले से शादी की। वह एक बिजनेसमैन हैं। सुप्रिया सुले के दो बच्चे हैं। एक बेटा और एक बेटी।
सुप्रिया सुले उस वक्त चर्चाओं में आईं थी जब 2011 में उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ एक राज्यव्यापी अभियान शुरू किया था।
सुप्रिया सुले के राजनीतिक घटनाक्रम
- 2012 में, सुप्रिया सुले के नेतृत्व में राजनीति में युवा लड़कियों को मंच देने के लिए राष्ट्रवादी युवती कांग्रेस नाम की विंग बनाई गई है।- बारामती सीट पर सुप्रिया सुले 2019 लोकसभा चुनाव में तीसरी बार सांसद बनी हैं। इससे पहले 2014 और 2009 में वह यहां से सांसद बनी थी। - 2015 में सुप्रिया सुले को महिला सशक्तीकरण समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था। - 2006 सुले को राज्यसभा के सदस्य के रूप में चुना गया।
जानें लोकमत पार्लियामेंट्री अवॉर्ड के बारे में
लोकमत मीडिया कंपनी/ ग्रुप हर साल एक पार्लियामेंट्री अवॉर्ड समारोह का आयोजन करवाता है। जिसका आयोजन पिछले कई सालों से किया जा रहा है। इस समारोह में लोक सभा और राज्य सभा सदस्यों को राज्यसभा और लोकसभा में अपना अनुकरणीय योगदान देने के लिए सम्मानित किया जाता है। ये समारोह लोकसभा और राज्यसभा के श्रेष्ठ मेंबर्स को सम्मानित करने की एक पहल की है जो उनके इस बेहतरीन योगदान के लिए एक सराहना का प्रयास है। लोकमत पार्लियामेंट्री अवॉर्ड में चार लोकसभा और चार राज्यसभा के सदस्यों को सम्मानित किया जाता है।