BJP नेता चिन्मयानंद के खिलाफ शिकायत के बाद सुप्रीम कोर्ट ने छात्रा के लापता होने पर लिया संज्ञान
By भाषा | Published: August 30, 2019 06:04 AM2019-08-30T06:04:17+5:302019-08-30T06:04:17+5:30
लापता हुई छात्रा ने एक वीडियो क्लिप में आरोप लगाया था कि चिन्मयानंद उसे प्रताड़ित कर रहे थे, जिसके बाद शाहजहांपुर पुलिस ने मंगलवार को चिन्मयानंद के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की थी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ प्रताड़ना के आरोप लगाये जाने के बाद उच्चतम न्यायालय ने एक छात्रा के लापता होने की खबरों पर बृहस्पतिवार को स्वत: संज्ञान लिया। शीर्ष न्यायालय के समक्ष वकीलों के एक समूह ने बुधवार को यह मुद्दा उठाते हुए न्यायालय से इस विषय में संज्ञान लेने को कहा था। यह मुद्दा न्यायमूर्ति आर भानुमति और न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना की पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए शुक्रवार को आएगा।
लापता हुई छात्रा ने एक वीडियो क्लिप में आरोप लगाया था कि चिन्मयानंद उसे प्रताड़ित कर रहे थे, जिसके बाद शाहजहांपुर पुलिस ने मंगलवार को चिन्मयानंद के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की थी। छात्रा के पिता ने पुलिस के पास एक शिकायत दर्ज करा कर आरोप लगाया था कि चिन्मयानंद ने उसका (छात्रा का) यौन उत्पीड़न किया है।
हालांकि, भाजपा नेता के वकील ने इस आरोप का खंडन करते हुए दावा किया कि यह उन्हें ब्लैकमेल करने की एक साजिश है। महिला के पिता ने आरोप लगाया कि वह (छात्रा) मुमुक्षु आश्रम के प्रमुख एवं 72 वर्षीय भाजपा नेता के इशारे पर लापता की गई। वह आश्रम द्वारा संचालित एक कॉलेज में स्नातकोत्तर (पीजी) की छात्रा है।
वकीलों के समूह ने प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) रंजन गोगोई को संबोधित एक पत्र में उनसे मीडिया में आई उन खबरों के आधार पर स्वत: संज्ञान लेने का अनुरोध किया था,जिनमें दावा किया गया था कि छात्रा पिछले तीन दिनों से लापता है।
पत्र में लिखा गया है, ‘‘इस न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले वकील संबद्ध लड़की की कुशलता को लेकर अत्यधिक परेशान और चिंतित हैं। हम बतौर समाज एक और ‘उन्नाव मामला’ नहीं होने दे सकते।’’ साथ ही, न्यायालय से इस विषय में संज्ञान लेने और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक तथा कॉलेज के प्राचार्य को नोटिस जारी करने का अनुरोध किया गया ताकि छात्रा का पता लगाने के लिए फौरन कार्रवाई की जा सके और उसे और उसके परिवार को सुरक्षा दी जा सके।
पत्र में वीडियो क्लिप के बारे में खबरों का भी जिक्र किया गया है, जिसमें महिला खुद को और अपने परिवार को खतरे के बारे में बोल रही है। गौरतलब है कि उप्र के उन्नाव मामले में 19 वर्षीय एक युवती ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार के आरोप लगाए हैं। इस घटना के प्रकाश में आने और इस पर राष्ट्रव्यापी रोष छाने के बाद विधायक को भाजपा से निष्कासित कर दिया गया।