मणिपुर की घटना पर सुप्रीम कोर्ट के सख्त तेवर, कहा- अगर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो हम करेंगे
By मनाली रस्तोगी | Updated: July 20, 2023 12:33 IST2023-07-20T11:17:38+5:302023-07-20T12:33:50+5:30
भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से कार्रवाई करने और क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में अदालत को अवगत कराने को कहा।

(फाइल फोटो)
नई दिल्ली:सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने के वीडियो की निंदा की और कहा कि ये दृश्य घोर संवैधानिक विफलता की ओर इशारा करते हैं। भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से कार्रवाई करने और क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में अदालत को अवगत कराने को कहा।
यदि सरकार ने कार्रवाई नहीं की, तो सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य न्यायाधीश को चेतावनी देते हुए कहा कि अदालत 28 जुलाई को मामले की सुनवाई करेगी।एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, चंद्रचूड़ ने कहा, "हम कल वितरित किए गए वीडियो से बहुत परेशान हैं। हम अपनी गहरी चिंता व्यक्त कर रहे हैं। अब समय आ गया है कि सरकार कदम उठाए और कार्रवाई करे। यह अस्वीकार्य है।"
उन्होंने आगे कहा, "हमारा विचार है कि अदालत को सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से अवगत कराया जाना चाहिए ताकि अपराधियों पर ऐसी हिंसा के लिए मामला दर्ज किया जा सके। मीडिया में जो दिखाया गया है और जो दृश्य सामने आए हैं, वे घोर संवैधानिक उल्लंघन को दर्शाते हैं।"
दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने का वीडियो बुधवार को सामने आने के बाद मणिपुर में तनाव काफी बढ़ हो गया है। वीडियो में दिख रहा है कि अन्य पक्ष के कुछ व्यक्ति एक समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड करा रहे हैं।
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं। तब से अब तक 160 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।