सुप्रीम कोर्ट से बीजेपी को झटका, 'शाह की रथयात्रा' पर तत्काल सुनवाई से इनकार
By पल्लवी कुमारी | Published: December 24, 2018 05:04 PM2018-12-24T17:04:31+5:302018-12-24T17:04:31+5:30
बीजेपी ‘लोकतंत्र बचाओ’ अभियान के तहत ये रथ यात्रायें आयोजित करना चाहती है। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा इस रथ यात्रा के माध्यम से पश्चिम बंगाल के 42 संसदीय क्षेत्रों में पहुंचने का प्रयास कर रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के तीन जिलों में रथ यात्रा के आयोजन की अनुमति के लिये भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) की याचिका पर शीघ्र सुनवाई से सोमवार को इंकार कर दिया। बीजेपी ने इस याचिका में कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती दी है।
इस याचिका से जुड़े वकील के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने सूचित किया है कि यह प्रकरण सामान्य प्रक्रिया में ही सूचीबद्ध किया जायेगा। शीर्ष अदालत इस समय शीतकालीन अवकाश की वजह से एक जनवरी तक बंद है। बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ के शुक्रवार के आदेश को चुनौती दी है जिसने रथयात्रा की अनुमति देने संबंधी एकल न्यायाधीश का आदेश निरस्त कर दिया था।
Supreme Court Registrar refuses to give urgent hearing before vacation bench on an appeal of BJP West Bengal against the Calcutta High Court's division bench order on BJP's yatra in West Bengal. pic.twitter.com/hhmqs2EszU
— ANI (@ANI) December 24, 2018
बीजेपी ‘लोकतंत्र बचाओ’ अभियान के तहत ये रथ यात्रायें आयोजित करना चाहती है। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा इस रथ यात्रा के माध्यम से पश्चिम बंगाल के 42 संसदीय क्षेत्रों में पहुंचने का प्रयास कर रही है।
मूल कार्यक्रम के तहत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बंगाल के कूच बिहार जिले से सात दिसंबर को इस रथ यात्रा की शुरूआत करने वाले थे। इसके बाद यह रथयात्रा नौ दिसंबर को दक्षिणी 24 परगना के काकद्वीप और 14 दिसंबर को बीरभूम में तारापीठ मंदिर से शुरू होनी थी।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)