सीने में तकलीफ हुई और मुझे लगता है कि ईश्वर ने संकेत दिया था कि अभी हिमालय मत आओ, उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश एमआर शाह बोले, जानें कारण

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 13, 2022 20:13 IST2022-07-13T20:12:07+5:302022-07-13T20:13:31+5:30

हिमाचल प्रदेश में बीमार पड़ने के बाद 16 जून को न्यायमूर्ति शाह को विमान के जरिये दिल्ली लाया गया था। एक वीडियो संदेश में न्यायमूर्ति शाह ने कहा था कि उनकी हालत स्थिर है और वह दिल्ली पहुंच रहे हैं। 

Supreme Court Judge MR Shah said There was pain chest and I think God had indicated that don't come to the Himalayas now | सीने में तकलीफ हुई और मुझे लगता है कि ईश्वर ने संकेत दिया था कि अभी हिमालय मत आओ, उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश एमआर शाह बोले, जानें कारण

न्यायमूर्ति शाह एक पीठ की अध्यक्षता कर रहे थे जिसमें न्यायमूर्ति बी. वी. नागरत्ना भी शामिल थीं।

Highlightsन्यायमूर्ति शाह ने कहा कि अब वह बिलकुल ठीक हैं और आराम से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।धर्मशाला के मैक्लोडगंज में था और हम वापस दिल्ली के लिए उड़ान भरने में कामयाब रहे।मुझे अपनी आगे की हिमालय यात्रा रद्द करनी पड़ी।

नई दिल्लीः  उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एमआर शाह ने मंगलवार को कहा कि पिछले महीने उन्हें हिमाचल प्रदेश में छुट्टी के दौरान सीने में तकलीफ हुई थी और उन्हें ऐसा लगता है कि यह ईश्वर का संकेत था कि अभी हिमालय मत आओ।

 

घटनाक्रम के बारे में बताते हुए, न्यायमूर्ति शाह ने कहा कि किसी ने उनकी पत्नी को उस समय फोन किया था जब वह हिमाचल प्रदेश में हवाई अड्डे पर थे और उन्हें सीने में कुछ तकलीफ हुई थी। न्यायमूर्ति शाह एक पीठ की अध्यक्षता कर रहे थे जिसमें न्यायमूर्ति बी. वी. नागरत्ना भी शामिल थीं।

उन्होंने खुली अदालत में सुनवाई के दौरान एक मामले में पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद दातार द्वारा उनके स्वास्थ्य और कुशलक्षेम के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘किसी ने मेरा हालचाल जानने के लिए मेरी पत्नी को फोन किया और कहा कि मेरे बारे में कई तरह की अफवाहें चल रही हैं।

उस समय मुझे अफवाहों को दूर करने के लिए एक वीडियो शूट करने और यह कहने का विचार आया कि मैं सुरक्षित तथा ठीक हूं।’’ न्यायमूर्ति शाह ने कहा कि ईश्वर की कृपा और शीर्ष अदालत के अपने भाई-बहन न्यायाधीशों तथा अन्य शुभचिंतकों के आशीर्वाद से वह यहां एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के बाद चार-पांच दिनों में अपने काम पर वापस आ गए थे।

उन्होंने कहा, ‘‘सौभाग्यवश, मैं धर्मशाला के मैक्लोडगंज में था और हम वापस दिल्ली के लिए उड़ान भरने में कामयाब रहे। मुझे अपनी आगे की हिमालय यात्रा रद्द करनी पड़ी। मैंने उन जगहों पर जाने की योजना बनाई थी जहां इमारतें नहीं हैं। मैं वहां होता तो बात कुछ और होती। मुझे लगता है कि यह ईश्वर का संकेत था कि अभी हिमालय मत आओ।’’

न्यायमूर्ति शाह ने कहा कि अब वह बिलकुल ठीक हैं और आराम से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में बीमार पड़ने के बाद 16 जून को न्यायमूर्ति शाह को विमान के जरिये दिल्ली लाया गया था। एक वीडियो संदेश में न्यायमूर्ति शाह ने कहा था कि उनकी हालत स्थिर है और वह दिल्ली पहुंच रहे हैं। 

Web Title: Supreme Court Judge MR Shah said There was pain chest and I think God had indicated that don't come to the Himalayas now

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे