CJI डी वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ करेगी समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाली याचिका पर सुनवाई
By रुस्तम राणा | Updated: April 15, 2023 18:44 IST2023-04-15T18:34:50+5:302023-04-15T18:44:24+5:30
भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजय किशन कौल, रवींद्र भट, हेमा कोहली और पीएस नरसिम्हा 18 अप्रैल से इस मामले की सुनवाई करेंगे।

CJI डी वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ करेगी समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाली याचिका पर सुनवाई
नई दिल्ली:सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ को अधिसूचित किया है, जो समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करेगी। भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजय किशन कौल, रवींद्र भट, हेमा कोहली और पीएस नरसिम्हा 18 अप्रैल से इस मामले की सुनवाई करेंगे।
याचिकाओं के समूह ने कानून के तहत समलैंगिक विवाह को मान्यता देने की मांग की है। इसमें याचिकाकर्ताओं ने तर्क देते हुए कहा कि अपनी पसंद के व्यक्ति से शादी करने का अधिकार LGBTQIA+ नागरिकों को भी मिलना चाहिए। जबकि केंद्र सरकार ने समलैंगिक जोड़ों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिकाओं का विरोध किया है।
शीर्ष अदालत के समक्ष दायर एक हलफनामे में, केंद्र सरकार ने कहा कि भागीदारों के रूप में एक साथ रहना और समान लिंग वाले व्यक्तियों द्वारा यौन संबंध बनाना भारतीय परिवार इकाई की अवधारणा के साथ तुलनीय नहीं है, जिसमें ऐसे विवाह से पैदा हुए बच्चों के साथ जैविक पुरुष और जैविक महिला शामिल हैं।
इस्लामिक धार्मिक संस्था जमीयत-उलमा-ए-हिंद द्वारा भी इसी तरह के विचार व्यक्त किए गए हैं, जिसमें कहा गया है कि समान लिंग विवाह जैसी धारणाएं पश्चिमी संस्कृति से उत्पन्न होती हैं जिनके पास कट्टरपंथी नास्तिक विश्वदृष्टि है और इसे भारत पर थोपा नहीं जाना चाहिए।
Supreme Court notifies five-judge Constitution bench which will hear a batch of pleas seeking legal recognition for same-sex marriage.
— ANI (@ANI) April 15, 2023
Chief Justice of India DY Chandrachud, Justices Sanjay Kishan Kaul, Ravindra Bhat, Hima Kohli and PS Narasimha will hear the case from April… pic.twitter.com/t5Rha0TIrf