2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का महासचिव बनाया है। प्रियंका गांधी को सक्रिय राजनीति में कदम रखने को कांग्रेस पार्टी का 'मास्टस्ट्रोक' कहा जा रहा है। बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रियंका गांधी पर व्यक्तिगत हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को एक ऐसी बीमारी है जो सार्वजनिक जीवन के अनुकूल नहीं है।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक स्वामी ने कहा, 'उसको एक बीमारी है जो सार्वजनिक जीवन में अनुकूल और उपयुक्त नहीं है। उसको बाइपोलारिटी कहते हैं। यानी उसकी हिंसावादी चरित्र दिखाई पड़ती है। लोगों को पीटती है। पब्लिक को पता होना चाहिए कि कब संतुलन खो बैठेगी, किसी को पता नहीं।'
सुब्रमण्मय स्वामी के बयान अक्सर विवाद का सबब बनते हैं। आशंका है कि इस बयान पर भी कांग्रेस पार्टी हंगामा कर सकती है। इससे पहले स्वामी ने राहुल गांधी को ब्रिटिश नागरिक बताते हुए प्रधानमंत्री पद के लिए उनकी योग्यता पर सवाल उठाए थे। स्वामी ने कहा था कि भारत का प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने से पहले राहुल गांधी अपनी गोपनीय ब्रिटिश नागरिकता और 'Raul Vinci' नाम से बैंक अकांउट पर स्पष्टीकरण दें। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि राहुल गांधी कभी भी देश के पीएम नहीं बन सकते हैं।
गौरतलब है कि लंबे अरसे से प्रियंका गांधी वाड्रा के राजनीति में सक्रिय होने का इंतजार अवश्य था, लेकिन हाल-फिलहाल इसके कोई संकेत नहीं दिख रहे थे कि वह लोकसभा चुनाव के पहले महासचिव बनकर राजनीति में सक्रिय हो सकती हैं। कांग्रेस पार्टी के इस फैसले से सभी हैरान हैं और बीजेपी की इसकी काट निकालने की कोशिश कर रही है।