छात्रों के लिए ये 3 स्कीम से मिलेगा आसानी से लोन, पढ़ाई के बीच नहीं होगी पैसों की कमी
By अंजली चौहान | Updated: August 27, 2025 15:25 IST2025-08-27T15:22:32+5:302025-08-27T15:25:34+5:30
Education Loan Government Scheme: स्टूडेंट लोन एक प्रकार का ऋण है जो छात्रों को उनकी उच्च शिक्षा की लागत को कवर करने में मदद करने के लिए दिया जाता है। इसका उद्देश्य छात्रों को आर्थिक बाधाओं के कारण अपनी पढ़ाई बीच में न छोड़ने देना है।

छात्रों के लिए ये 3 स्कीम से मिलेगा आसानी से लोन, पढ़ाई के बीच नहीं होगी पैसों की कमी
Education Loan Government Scheme: गरीब हो या अमीर शिक्षा का हक हर किसी को है। भारत में ऐसे कई छात्र है जो हायर एजुकेशन नहीं कर पाते क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर होती है। ऐसे छात्रों की मदद के लिए भारत सरकार कई योजनाएं चलाती है जिससे कि छात्र अपना सपना पूरा कर सकें। भारत में छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने और आर्थिक बाधाओं को दूर करने के लिए ये तीन सरकारी स्टूडेंट लोन योजनाएं चलाई जा रही हैं। ये योजनाएं छात्रों को कम ब्याज दरों पर और आसान शर्तों के साथ ऋण उपलब्ध कराती हैं।
सरकारी स्टूडेंट लोन योजनाएं
1- क्रेडिट गारंटी फंड स्कीम फॉर एजुकेशन लोन
इस योजना का मुख्य लक्ष्य छात्रों को ₹7.5 लाख तक का शिक्षा ऋण बिना किसी गारंटी या जमानत के उपलब्ध कराना है।
इस योजना के तहत, सरकार एक गारंटी फंड बनाती है। यदि छात्र ऋण चुकाने में असमर्थ होता है, तो बैंक को इस फंड से नुकसान की भरपाई मिल जाती है। इससे बैंक बिना किसी जमानत के भी ऋण देने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।
यह योजना सभी मान्यता प्राप्त संस्थानों के पाठ्यक्रमों के लिए उपलब्ध है।
2- प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी स्कीम
यह भारत सरकार का एक ऑनलाइन पोर्टल है जो छात्रों के लिए शिक्षा ऋण और छात्रवृत्ति की जानकारी के लिए एक ही जगह पर सभी सुविधाएं प्रदान करता है।
यह पोर्टल एक केंद्रीकृत मंच है जहाँ छात्र लगभग 40 बैंकों से शिक्षा ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। छात्र अपनी पसंद के अनुसार अलग-अलग बैंकों की योजनाओं की तुलना कर सकते हैं और ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यह छात्रों और बैंकों के बीच पारदर्शिता और गतिशीलता को बढ़ाता है।
3- ब्याज दर सब्सिडी योजना
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के छात्रों को ब्याज दर पर सब्सिडी प्रदान करना।
जिन परिवारों की वार्षिक आय एक निश्चित सीमा से कम है (आमतौर पर ₹4.5 लाख से कम), वे इस योजना के लिए पात्र होते हैं। इस योजना के तहत, छात्र के कोर्स की अवधि और मोरेटोरियम पीरियड (पढ़ाई पूरी होने के बाद नौकरी मिलने तक का समय) के दौरान लगने वाले ब्याज को सरकार वहन करती है। इससे छात्र को केवल मूलधन ही चुकाना होता है।
इन योजनाओं के लाभ
कम ब्याज दरें: सरकारी योजनाओं के तहत ब्याज दरें आमतौर पर निजी बैंकों की तुलना में कम होती हैं।
बिना जमानत का ऋण: ₹7.5 लाख तक के ऋण के लिए कोई जमानत (collateral) या तीसरे पक्ष की गारंटी की आवश्यकता नहीं होती।
आसान चुकौती शर्तें: पढ़ाई पूरी होने और नौकरी मिलने के बाद ही ऋण चुकाना शुरू करना होता है (मोरेटोरियम पीरियड)।
टैक्स बेनिफिट: आयकर अधिनियम की धारा 80E के तहत, शिक्षा ऋण के ब्याज पर कर छूट का लाभ मिलता है।
कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं: अधिकांश सरकारी बैंक शिक्षा ऋण के लिए कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं लेते हैं।
आवेदन कैसे करें?
इन योजनाओं के लिए आवेदन करने का सबसे आसान तरीका 'विद्या लक्ष्मी पोर्टल' है। नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:
पोर्टल पर जाएँ: विद्या लक्ष्मी पोर्टल (www.vidyalakshmi.co.in) पर जाएँ और 'रजिस्टर' पर क्लिक करके अपना अकाउंट बनाएँ।
लॉग इन करें: ईमेल आईडी और पासवर्ड का उपयोग करके लॉग इन करें।
आवेदन फॉर्म भरें: 'Common Education Loan Application Form' (CELAF) को भरें। इसमें आपकी और आपके सह-आवेदक (माता-पिता) की जानकारी, शैक्षणिक विवरण और कोर्स की जानकारी शामिल होती है।
बैंक चुनें: फॉर्म भरने के बाद, आप अपनी पसंद के अनुसार बैंकों की योजनाओं को खोज सकते हैं और जिस योजना के लिए आप पात्र हैं, उसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
दस्तावेज़ अपलोड करें: सभी आवश्यक दस्तावेज़ों की स्कैन कॉपी अपलोड करें।
आवेदन जमा करें: फॉर्म जमा करने के बाद, बैंक आपके आवेदन की समीक्षा करेगा और आपसे आगे की प्रक्रिया के लिए संपर्क करेगा।
आवश्यक दस्तावेज़:
छात्र और सह-आवेदक (माता-पिता/अभिभावक) के पहचान पत्र और पते का प्रमाण (आधार, पैन, वोटर आईडी)।
आय प्रमाण (वेतन पर्ची, आईटी रिटर्न)।
शैक्षणिक प्रमाण पत्र (मार्कशीट)।
कॉलेज/संस्थान से एडमिशन का प्रमाण पत्र और फीस का ब्यौरा।