स्टैच्यु ऑफ यूनिटी : टिकट बिक्री से एकत्र पैसे बैंक में जमा नहीं कराने के मामले में प्राथमिकी दर्ज

By भाषा | Published: December 2, 2020 09:04 PM2020-12-02T21:04:03+5:302020-12-02T21:04:03+5:30

Statue of Unity: FIR lodged for not depositing money collected from ticket sales in bank | स्टैच्यु ऑफ यूनिटी : टिकट बिक्री से एकत्र पैसे बैंक में जमा नहीं कराने के मामले में प्राथमिकी दर्ज

स्टैच्यु ऑफ यूनिटी : टिकट बिक्री से एकत्र पैसे बैंक में जमा नहीं कराने के मामले में प्राथमिकी दर्ज

अहमदाबाद, दो दिसंबर गुजरात पुलिस ने नकद जमा करने वाली एजेंसी के कुछ कर्मचारियों द्वारा नवंबर 2018 से मार्च 2020 के बीच कथित तौर 5.24 करोड़ रुपये जमा नहीं कर बैंक से धोखाधड़ी करने के आरोप में, उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

पुलिस अधिकारी ने उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि यह राशि स्टैच्यु ऑफ यूनिटी को देखने लिए लगने वाले टिकटों की बिक्री से एकत्र की गई थी।

पुलिस उपाधीक्षक वाणी दूधत ने संवाददाताओं को बताया कि बैंक में स्टैच्यु ऑफ यूनिटी प्रबंधन के दो खाते हैं और बैंक ने नर्मदा जिले के केवडिया स्थित दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति के प्रबंधन से रोजाना नकद लेकर उसे अगले दिन बैंक में जमा कराने के लिए एक एजेंसी की सेवाएं ली थी।

उन्होंने बताया, ‘‘ हालांकि, प्रथमदृष्टया पता चला है कि एजेंसी के कुछ कर्मचारियों ने नवंबर 2018 से मार्च 2020 के बीच स्टैच्यु ऑफ यूनिटी प्रबंधन की 5,24,77,375 रुपये की राशि बैंक में जमा नहीं कराई।

उन्होंने बताया कि निजी बैंक के प्रबंधक ने सोमवार रात को केवडिया पुलिस थाने में नकदी जमा करने वाली एजेंसी के साथ-साथ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथिमकी दर्ज कराई है।

पुलिस ने मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा-420 (धोखाधड़ी), धारा-406 (विश्वास भंग) और धारा-120बी (आपराधिक साजिश) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। हालांकि, अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।

इस बीच, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्रबंधन ने बुधवार को कहा कि बैंक ने उसके खाते में 5.24 करोड़ रुपये जमा करा दिए हैं।

प्रबंधन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बयान में कहा, ‘‘यह बैंक और नकद एकत्र करने वाली एजेंसी के बीच का यह मामला है। बैंक ने पहले ही हमारी राशि खाते में जमा करा दी है।’’

उल्लेखनीय है कि देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की यह प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है और इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के नाम से जाना जाता है। अक्टूबर 2018 में उद्घाटन के बाद से ही यह पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है।

इस स्मारक के साथ बना चिल्ड्रेन न्यूट्रिशन पार्क और कैक्टस गार्डन अन्य आकर्षणों में एक है। इसके साथ ही नर्मना नदी में रिवर राफ्टिंग की सुविधा भी उपलब्ध है।

लॉकडाउन से पहले लोगों के पास ऑनलाइन के साथ साथ टिकट खिड़की पर नकद देकर टिकट खरीदने का भी विकल्प मौजूद था।

पिछले साल दिसंबर में गुजरात के मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने विधानसभा को बताया कि स्टैच्यु ऑफ यूनिटी प्रबंधन ने एक नवंबर 2018 से 16 नवंबर 2019 के बीच 85.51 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया।

हालांकि, नवंबर 2019 से मार्च 2020 के राजस्व संबंधी आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं।

इस मामले में दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक, बैंक वर्ष 2003 से नकद को एकत्र कर जमा कराने के लिए एजेंसी की सेवाएं ले रहा था।

दूधत ने बताया कि बैंक ने उसी एजेंसी को स्टैच्यु ऑफ यूनिटी प्रबंधन से, टिकटों की बिक्री से मिलने वाले नकद को लेकर उनके दो खातों में जमा कराने की जिम्मेदारी दी थी।

उन्होंने बताया, ‘‘ हाल में स्टैच्यु ऑफ यूनिटी के अधिकारियों ने लेखापरीक्षण किया और जमा पर्ची में दर्शायी राशि और खाते में जमा राशि में अतंर पाया जिसके बाद इस गबन का खुलासा हुआ।

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Web Title: Statue of Unity: FIR lodged for not depositing money collected from ticket sales in bank

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