मटन नहीं तो शादियां भी नहीं?, 150 शादियां स्थगित, श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग लगातार बंद, 400 भेड़ की मौत
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: September 8, 2025 15:14 IST2025-09-08T15:12:21+5:302025-09-08T15:14:59+5:30
मटन डीलर्स एसोसिएशन ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने और पशुओं के ट्रकों की कश्मीर में बिना किसी परेशानी के आवाजाही सुनिश्चित करने की अपील की है ताकि और नुकसान को रोका जा सके और बाजार में आपूर्ति स्थिर रहे।

सांकेतिक फोटो
जम्मूः श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग के लगातार बंद रहने और मुगल रोड पर कथित कुप्रबंधन के कारण कश्मीर घाटी में मटन उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इससे मटन की भारी कमी हो गई है और लोगों को शादी समारोह स्थगित करने पड़े हैं। मटन डीलर्स एसोसिएशन के अनुसार, मटन की अनुपलब्धता के कारण घाटी में होने वाली 150 से ज्यादा शादियां स्थगित करनी पड़ीं हैं। एसोसिएशन के महासचिव मेहराजुद्दीन गनई ने बताया कि स्थिति चिंताजनक हो गई है और अगर एक दिन के भीतर घाटी में पशुओं की आपूर्ति नहीं पहुंची, तो मंगलवार से मटन की उपलब्धता शून्य हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिनों में फंसे हुए ट्रकों में कम से कम 400 भेड़ें मर चुकी हैं। इन मौतों का कारण लंबे समय तक ट्रकों का रुकना, भोजन और पानी की कमी और वाहनों के अंदर दम घुटना बताया गया है। हालांकि सरकार का कहना है कि आवश्यक आपूर्ति मुगल रोड के रास्ते की जा रही है, लेकिन डीलरों का आरोप है कि यातायात पुलिस नियमों का उल्लंघन कर रही है।
अनावश्यक रुकावटें पैदा कर रही है। गनई का कहना था कि लखनपुर से ही ट्रकों को नौशहरा, सुरनकोट और पुंछ सहित कई जगहों पर रोक दिया जाता है। उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति देने से पहले कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता है, जिससे बड़ी संख्या में मवेशियों की मौत हो जाती है और आर्थिक नुकसान होता है।
उन्होंने कहा कि भेड़-बकरियों से लदे ट्रक कई जगहों पर लगातार तीन-चार दिनों तक फंसे रहते हैं। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि बार-बार अनुरोध करने के बावजूद अधिकारी सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने में विफल रहे हैं। मटन डीलर्स एसोसिएशन ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने और पशुओं के ट्रकों की कश्मीर में बिना किसी परेशानी के आवाजाही सुनिश्चित करने की अपील की है ताकि और नुकसान को रोका जा सके और बाजार में आपूर्ति स्थिर रहे।