डीजीसीए के आदेश के बीच सामने आई स्पाइसजेट की प्रतिक्रिया- कोई उड़ानें रद्द नहीं, समय पर रवाना हो रहीं फ्लाइट्स
By मनाली रस्तोगी | Updated: July 28, 2022 11:36 IST2022-07-28T11:32:59+5:302022-07-28T11:36:26+5:30
स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि नियामक के कल के आदेश के बाद से हमारे कार्यक्रम पर कोई असर नहीं पड़ा है। यह संभव हो पाया है क्योंकि स्पाइसजेट, अन्य एयरलाइनों की तरह, मौजूदा कम यात्रा सीजन के कारण अपने उड़ान संचालन को पहले ही पुनर्निर्धारित कर चुकी है।

डीजीसीए के आदेश के बीच सामने आई स्पाइसजेट की प्रतिक्रिया- कोई उड़ानें रद्द नहीं, समय पर रवाना हो रहीं फ्लाइट्स
नई दिल्ली: विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने गुरुवार को कहा कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा बुधवार को घोषित उसकी गतिविधियों पर प्रतिबंध के कारण उसकी कोई भी उड़ान रद्द नहीं की गई। डीजीसीए ने बुधवार को कहा था कि वह अपने "स्पॉट चेक, निरीक्षण" के निष्कर्षों और कारण बताओ नोटिस के लिए एयरलाइन की प्रतिक्रिया के आधार पर आठ सप्ताह के लिए स्पाइसजेट के आधे ग्रीष्मकालीन कार्यक्रम तक सीमित है।
सभी उड़ानें निर्धारित समय पर रवाना हुईं
स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा, "स्पाइसजेट की सभी उड़ानें आज सुबह निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार समय पर रवाना हुईं। कोई उड़ान रद्द नहीं हुई थी।" डीजीसीए के इस आदेश का मतलब है कि स्पाइसजेट को अब स्वीकृत संख्या 4,192 से लगभग 2096 उड़ानें उड़ाने की अनुमति है। नियामक के बुधवार के आदेश के तहत एयरलाइन अगले आठ हफ्तों के लिए 2096 उड़ानों से ज्यादा का संचालन नहीं कर सकती।
19 जून से 5 जुलाई के बीच कम से कम आठ घटनाएं हुईं
19 जून से लेकर पांच जुलाई के बीच स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खराबी आने की कम से कम आठ घटनाएं हुईं। इसके बाद छह जुलाई को डीजीसीए ने एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया। विमानन नियामक ने बुधवार को अपने आदेश में कहा कि विभिन्न स्थलों की जांच, निरीक्षण और स्पाइसजेट की ओर से जमा कराए गए कारण बताओ नोटिस के जवाब के मद्देनजर सुरक्षित और विश्वसनीय परिवहन सेवा के निरंतर निर्वाह के लिए स्पाइसजेट की गर्मियों के लिए स्वीकृत उड़ानों की संख्या आठ हफ्तों तक 50 फीसदी पर सीमित की जाती है।
जानें डीजीसीए ने क्या कहा
डीजीसीए ने कहा कि अगर एयरलाइन इन आठ हफ्तों के दौरान 50 फीसदी से ज्यादा उड़ानों का संचालन करना चाहती है तो उसे यह दिखाना होगा कि उसके पास बढ़ी हुई क्षमता से उड़ानों का सुरक्षित रूप से संचालन करने के लिए पर्याप्त तकनीकी सहयोग और वित्तीय संसाधन हैं। नियामक ने कहा कि उसने पिछले साल सितंबर में एयरलाइन का वित्तीय ऑडिट किया था और पाया था कि वह पैसा आने के आधार पर कम कर रहा है तथा आपूर्तिकर्ता एवं वेंडर को नियमित आधार पर भुगतान नहीं किया जा रहा है जिससे कुछ पूर्जों की कमी हो गई।
नियामक के आदेश के बाद कोई असर नहीं पड़ा
वहीं, स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा, "नियामक के कल के आदेश के बाद से हमारे कार्यक्रम पर कोई असर नहीं पड़ा है। यह संभव हो पाया है क्योंकि स्पाइसजेट, अन्य एयरलाइनों की तरह, मौजूदा कम यात्रा सीजन के कारण अपने उड़ान संचालन को पहले ही पुनर्निर्धारित कर चुकी है।" विमानन नियामक ने बुधवार को अपने आदेश में कहा कि एयरलाइन में आतंरिक सुरक्षा की स्थिति खराब है और रखरखाव भी पर्याप्त रूप से नहीं किया जा रहा है।
स्पाइसजेट ने दिया था बताओ नोटिस का जवाब
डीजीसीए ने बताया कि एयरलाइन ने कारण बताओ नोटिस का जवाब सोमवार को दिया था और इसकी ‘उचित स्तर’ पर समीक्षा की गई और पाया गया कि कंपनी तकनीकी खामी आने की घटनाओं को रोकने के लिए उपाय कर रही है। दो जुलाई को जबलपुर जा रही उड़ान के चालक दल के सदस्यों ने करीब 5,000 फुट की ऊंचाई पर कैबिन में धुआं देखा, जिसके बाद विमान दिल्ली लौट आया।
पांच जुलाई को चीन के चोंगकिंग शहर जा रहा स्पाइसजेट का मालवाहक विमान मौसम रडार प्रणाली के काम न करने के कारण कोलकाता लौट आया। इसी दिन ईंधन संकेतक में खराबी के कारण स्पाइसजेट की दिल्ली-दुबई उड़ान को कराची की ओर मोड़ा गया जबकि स्पाइसजेट के क्यू 400 विमान को 23,000 फुट की ऊंचाई पर विंडशील्ड में दरार आने के बाद मुंबई हवाई अड्डे पर प्राथमिकता के आधार पर उतारा गया।