सौरव गांगुली को मिली 'Z श्रेणी' सुरक्षा, जानें क्यों बंगाल सरकार ने लिया फैसला?
By अंजली चौहान | Published: May 17, 2023 12:04 PM2023-05-17T12:04:12+5:302023-05-17T12:10:54+5:30
सौरव गांगुली को अब से जेड श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी और इसके तहत उनके साथ 10 पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है। सौरव गांगुली को अब 'Y' श्रेणी की सुरक्षा की जगह Z श्रेणी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
जानकारी के अनुसार, नए सुरक्षा इंतजाम के तहत पूर्व क्रिकेटर की सुरक्षा में आठ से 10 पुलिसकर्मी रहेंगे।
वहीं, इससे पहले वाई श्रेणी सुरक्षा कवर के तहत, गांगुली विशेष शाखा से तीन पुलिसकर्मियों को अपने घेरे में लेते थे और इतनी ही संख्या में कानून लागू करने वाले अपने बेहाला आवास की रखवाली करते थे।
West Bengal govt decides to upgrade security cover of former Indian cricket team captain and ex-BCCI president Sourav Ganguly to Z category, says senior official
— Press Trust of India (@PTI_News) May 17, 2023
क्यों बढ़ाई गई सुरक्षा?
दरअसल, ममता बनर्जी की सरकार ने ये फैसला इसलिए लिया है क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को मुहैया कराई गई वाई श्रेणी की सुरक्षा की अवधि मंगलवार को समाप्त हो गई है।
इस सुरक्षा समाप्ति के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। गौरतलब है कि वीवीआईपी की सुरक्षा खत्म होने के बाद प्रोटोकॉल के मुताबिक समीक्षा की गई और गांगुली की सुरक्षा को जेड श्रेणी तक बढ़ाने का फैसला किया गया।
यह फैसला मंगलवार को लिया गया और इसी दिन राज्य सचिवालय के प्रतिनिधि सौरव गांगुली के बेहाला कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार और स्थानीय पुलिस स्टेशन के अधिकारियों के साथ बैठक की।
जानकारी के अनुसार, सौरव गांगुली फिलहाल पश्चिम बंगाल में नहीं हैं और वह आईपीएल के कारण अपनी टीम दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ यात्रा कर रहे हैं। सौरव गांगुली 21 मई को कोलकाता लौटेंगे। उसी दिन से उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलनी शुरू हो जाएगी।
मालूम हो कि पश्चिम बंगाल में, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्यपाल सीवी आनंद बोस और तृणमूल कांग्रेस के सांसद और राष्ट्रीय सचिव अभिषेक बनर्जी को जेड प्लस सुरक्षा मिलती है, जबकि फिरहाद हकीम और मोलॉय घटक जैसे मंत्रियों को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की जाती है।