कांग्रेस में पनप रहे 'विद्रोह' को दबाने के लिए सोनिया गांधी आज मिल सकती हैं गुलाम नबी आजाद से
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 18, 2022 12:51 PM2022-03-18T12:51:35+5:302022-03-18T12:59:55+5:30
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सोनिया गांधी ने उपस्थित तमाम नेताओं के सामने अपने बच्चों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ सभी पदों से हटने की पेशकश की थी, जिसे बैठक में मौजूद नेताओं ने सर्वसम्मती से ठुकरा दिया था। लेकिन कांग्रेस का असंतुष्ट समूह जी-23 लगातार नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहा है।
दिल्ली:कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी-23 ग्रुप की बढ़ रही नाराजगी और असंतोष को फैलने से रोकने के लिए आज पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद से मिल सकती है। दोनों नेताओं के बीच यह बैठक जी-23 ग्रुप के असंतुष्ट नेताओं के कोर ग्रुप की बैठक के बाद तय हुई है।
कांग्रेस पार्टी में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था कांग्रेस वर्किंग कमेटी की रविवार की हुई बैठक में वरिष्ठ नेताओं की नाराजी के बुधवार से कई बैठकें हो रही हैं। गांधी परिवार के वफादार नेतागण पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी गांधी परिवार के द्वारा पार्टी के नेतृत्व पद पर बने रहने के लिए जोर दे रहे हैं।
खबरों के मुताबिक कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सोनिया गांधी ने उपस्थित सभी तमाम नेताओं के सामने अपने बच्चों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ सभी पदों से हटने की पेशकश की थी, जिसे नेताओं ने सर्वसम्मती से ठुकरा दिया था।
कांग्रेस का जी-23 धड़ा लगातार कांग्रेस पार्टी के संगठन के पुनर्गठन की मांग कर रहा है। इसने पहले भी साल 2020 में इस ग्रपु ने सोनिया गांधी को चुनावी हार के बाद पत्र लिखकर संगठन में चुनाव से अध्यक्ष चुने जाने की वकालत की थी।
जी-23 ग्रपु ने बुधवार को जारी किये एक बयान में कहा, "कांग्रेस के लिए आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका सभी स्तरों पर सामूहिक नेतृत्व और निर्णय लेने का एक मॉडल को अपनाया जाना चाहिए।"
इसके साथ ही ग्रुप ने इस बात पर भी जोर दिया कि वे कांग्रेस को मजबूत करना चाहते हैं और ग्रुप के सभी नेता पार्टी को किसी भी तरह से कमजोर नहीं करना चाहते हैं।
मालूम हो कि बीते बृहस्पतवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मुलाकात की थी। हुड्डा भी बुधवार को हुई जी-23 ग्रुप की बैठक में शामिल हुए थे।
खबरों के मुताबिक उस बैठक के दौरान पूर्व सीएम हुड्डा ने राहुल गांधी से स्पष्ट पूछा था कि कांग्रेस पार्टी में होने वाले नीतिगत फैसले आखिर कौन ले रहा है ?
इसके साथ ही हुड्डा ने पार्टी में सामूहिक रूप से निर्णय लेने की आवश्यकता पर जोर देते हुए राहुल गांधी से कहा कि नेताओं को अक्सर पार्टी के भीतर होने वाले फैसलों की जानकारी समाचार पत्रों के माध्यम से पता लगते हैं। हुड्डा ने साथ में यह भी कहा कि जी-23 नेताओं ने किसी भी तरह की पार्टी विरोधी गतिविधि नहीं की है।