केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने वीर सावरकर पर राहुल गांधी के बयान को लेकर हमला बोला है। स्मृति ईरानी ने कहा कि हाल ही में राहुल गांधी ने कहा था कि मैं माफी नहीं मानूंगा, मैं राहुल सावरकर नहीं हूं। ईरानी ने कहा कि मैं राहुल गांधी से आज कहना चाहती हूं कि राहुल गांधी की 10 पीढ़ियां भी वीर सावरकर के साहस का मुकाबला नहीं कर पाएंगी।
इससे पहले राहुल गांधी ने रामलीला मैदान में कहा था कि "मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है। मेरा नाम राहुल गांधी है। मैं सच्चाई के लिए माफ़ी नहीं मांगूंगा। मर जाऊंगा लेकिन माफ़ी नहीं माँगूंगा।"
उन्होंने कहा था कि "माफी प्रधानमंत्री और उनके असिस्टेंट अमित शाह को मांगनी है। पहले अर्थव्यवस्था हमारी शक्ति थी...है नहीं थी। पहले 9 फ़ीसदी जीडीपी ग्रोथ रेट थी और आज प्याज़ पकड़े हुए हैं।"
वहीं, वीर सावरकर को लेकर शिवसेना और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। वी डी सावरकर को भारत रत्न दिये जाने के विरोधियों पर शिवसेना नेता संजय राउत द्वारा निशाना साधे जाने के बाद कांग्रेस ने पलटवार करते हुए शनिवार को कहा कि हिंदुत्ववादी विचारधारा के समर्थकों को तत्कालीन अंडमान जेल का दौरा करना चाहिए ताकि वे उन स्वतंत्रता सेनानियों का बलिदान समझ सकें जिन्होंने कभी अंग्रेजों से माफी नहीं मांगी।
कांग्रेस का यह बयान राउत की उस टिप्पणी के कुछ घंटों बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि जो लोग सावरकर को भारत रत्न दिये जाने का विरोध कर रहे हैं उन्हें कम से कम दो दिन तत्कालीन औपनिवेशिक जेल में बिताने चाहिए जिससे यह समझ सकें कि सजा के दौरान उन्हें किन मुश्किलों का सामना करना पड़ा होगा।