बीजेपी उम्मीदवार और कैबिनेट मिनिस्टर स्मृति ईरानी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधा है। स्मृति ईरानी ने प्रियंका गांधी के एक बयान पर पलटवार करते हुए कहा है, एक्टर मैं रह चुकी हूं, तो नाटक प्रियंका जी ना ही करें तो बेहतर हैं। जहां तक बात उन गरीब नागरिक की है, जिनके पास पहनने का जूता नहीं था, तो कृप्या करके अगर उनमें थोड़ी सी शर्म है तो खुद जा कर देख लें सच क्या है? स्मृति ईरानी राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ रही हैं। अमेठी में पांचवें चरण में छह मई को मतदान होने हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा- राहुल गांधी को नीचा दिखाने के लिये यहां लोगों को जूते बांटे
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने 22 अप्रैल को कहा कि अमेठी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को नीचा दिखाने के लिये यहां लोगों को जूते बांटकर अमेठी का अपमान किया है। प्रियंका ने फुरसतगंज चौराहे पर आयोजित नुक्कड़ सभा में कहा कि स्मृति जनता से झूठ कह रही हैं कि राहुल अमेठी नहीं आते। यहां के लोगों को सारी सच्चाई पता है। जनता यह भी जानती है कि किसके दिल में अमेठी है और किसके दिल में नहीं। चुनाव में बहुत से बाहरी लोग आ गये हैं।
उन्होंने कहा ''स्मृति ईरानी ने लोगों को जूते बांटे, यह कहने के लिये कि अमेठी के लोगों के पास जूते भी नहीं हैं पहनने के लिये। वह सोच रही हैं कि ऐसा करके वह राहुल जी का अपमान कर रही हैं। सच तो यह है कि वह अमेठी का अपमान कर रही हैं। अमेठी और रायबरेली की जनता ने कभी किसी से भीख नहीं मांगी।''
प्रियंका ने कहा ''आप इनको सिखाइये कि अमेठी और रायबरेली के लोग अपना सम्मान करते हैं, किसी के सामने भीख नहीं मांगते। भीख मांगना है तो वो लोग खुद आपसे वोटों की भीख मांगें।'' मालूम हो कि स्मृति ने हाल में अमेठी के गौरीगंज क्षेत्र में एक जनसभा में कथित तौर पर कहा था कि बरौलिया गांव के प्रधान जब उनसे मिलने के लिये दिल्ली गये थे तो उनके पैरों में ठीक से चप्पल भी नहीं थी। ‘‘तब मैंने उसकी व्यवस्था करायी थी और गांव के विकास के लिये 16 करोड़ रुपये दिलवाये थे।’’ (पीटीआई इनपुट के साथ)