सिंघु बॉर्डर हत्या मामला: एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया
By भाषा | Published: October 16, 2021 08:36 PM2021-10-16T20:36:01+5:302021-10-16T20:36:01+5:30
अमृतसर (पंजाब), 16 अक्टूबर सिंघु बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन स्थल पर एक दलित व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में शनिवार को एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि सिखों के निहंग से संबंधित नारायण सिंह को अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने अमृतसर जिले के अमरकोट गांव से गिरफ्तार किया।
इस मामले में शुक्रवार को सरबजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया था।
सोनीपत की एक अदालत ने सरबजीत सिंह को शनिवार को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
हिरासत में लिए जाने के तुरंत बाद, नारायण सिंह ने दावा किया कि उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। उसने दावा किया कि अमृतसर आने से पहले उसने अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी को फोन कर बताया कि वह आत्मसमर्पण करना चाहता है।
नारायण सिंह ने दावा किया कि उसने एसएसपी से अकाल तख्त जाने की अनुमति देने के लिए कहा था, लेकिन पुलिस ने उसे अमृतसर शहर से 25 किलोमीटर दूर जंडिला शहर के पास अमरकोट गांव में हिरासत में ले लिया।
अपनी गिरफ्तारी से पहले, मीडिया से बात करते हुए नारायण सिंह ने कहा था कि लखबीर सिंह को कथित तौर पर बेअदबी के लिए ‘‘दंडित’’ किया गया। लखबीर सिंह की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी।
उन्होंने कहा कि पंजाब में बरगारी बेअदबी कांड के आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन अब अगर कोई ऐसा जघन्य अपराध करता है तो उसे मौके पर ही सजा दी जाएगी।
पुलिस हिरासत में लिये जाने के दौरान नारायण सिंह की पत्नी परमजीत कौर मौजूद थीं।
कौर ने कहा, ‘‘उन्हें अपने पति पर ‘‘गर्व’’ है क्योंकि ‘‘उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के लिए दोषी व्यक्ति को दंडित किया है। अगर कोई ऐसा जघन्य अपराध करता है, तो अब मैं उसे सजा दूंगी।’’
पंजाब के तरन तारन जिले के मजदूर लखबीर सिंह का शव शुक्रवार को दिल्ली-हरियाणा सीमा पर एक अवरोधक से बंधा हुआ पाया गया था, जहां नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे लोग डेरा डाले हुए हैं। सिंह का एक हाथ कटा हुआ मिला और शरीर पर धारदार हथियारों के कई घाव मिले।
इस वारदात के कुछ घंटों बाद निहंग सिख की तरह नीले कपड़े पहना एक व्यक्ति मीडिया के समक्ष पेश हुआ और दावा किया कि उसने सिखों के एक पवित्र ग्रंथ की ‘‘बेअदबी’’ के लिए पीड़ित को ‘‘सजा’’ दी।
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