1984 सिख नरसंहारः जावड़ेकर ने कहा, राजीव गांधी ने समर्थन किया था, करीब 3,000 सिखों को जिंदा जलाया गया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 16, 2020 01:37 PM2020-01-16T13:37:44+5:302020-01-16T13:37:44+5:30
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने साफ किया है कि 1984 के सिख नरसंहार के दोषियों पर कांग्रेस ने कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि दोषियों को संरक्षण देने का काम किया।' उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी ने हिंसा का समर्थन करते हुए कहा था कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती ही है।
1984 के सिख विरोधी दंगों को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला किया है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि इस नरसंहार के लिए राजीव गांधी का समर्थन था।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'आज जस्टिस ढींगरा कमिशन ने अपनी रिपोर्ट दी है और सच्चाई सामने आ गई है। उन्होंने साफ किया है कि 1984 के सिख नरसंहार के दोषियों पर कांग्रेस ने कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि दोषियों को संरक्षण देने का काम किया।' उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी ने हिंसा का समर्थन करते हुए कहा था कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती ही है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज जस्टिस ढींगरा कमीशन ने अपनी रिपोर्ट दी है और रिपोर्ट में सच्चाई सामने आयी है। उन्होंने साफ़ किया है कि 1984 के सिख नरसंहार के दोषियों पर कांग्रेस ने कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि दोषियों को संरक्षण देने का काम किया। इस रिपोर्ट में 2-3 बातें सामने आईं हैं। रिपोर्ट में मुख्य निष्कर्ष ये है कि इस नरसंहार की सही जांच हुई ही नहीं। जिसमें करीब 3,000 सिखों को जिंदा जलाया गया, घरों को लूटा गया, जलाया गया और तब के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इसका समर्थन किया था।
मंत्री ने कहा कि रिपोर्ट में एक उदाहरण देते हुए कहा है कि सुल्तानपुर में दंगों से संबंधित करीब 500 घटनाएं हुईं। इसमें सैकड़ों लोग मारे गए, घर जलाए गए, लूटपाट हुई। लेकिन 500 घटनाओं की सिर्फ एक ही एफआईआर हुई और एक एफआईआर की जांच के लिए सिर्फ एक ही कर्मचारी लगाया गया। 3 हजार सिखों का कत्ले आम हुआ और उसके बाद कांग्रेस का ये attitude। इससे केवल ये साफ पता चलता है कि कांग्रेस का हाथ क़त्ल करने वालों के साथ।