भाजपा नेता के खिलाफ अभद्र भाषा के मामले में जेल गये सिद्दीकी और राजभर
By भाषा | Published: January 19, 2021 08:57 PM2021-01-19T20:57:01+5:302021-01-19T20:57:01+5:30
लखनऊ, 19 जनवरी विशेष एमपी-एमएलए कोर्ट के न्यायाधीश पीके राय की अदालत में भाजपा नेता दयाशंकर सिंह की बेटी तथा परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ अभद्र भाषा के मामले में कांग्रेस नेता (बसपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव) नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बहुजन समाज पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर ने मंगलवार को आत्मसमर्पण कर अंतरिम जमानत की अर्जी दी जिस पर सुनवाई के लिए बुधवार का दिन निर्धारित करते हुए कोर्ट ने दोनों नेताओं को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
अदालत से मिली जानकारी के अनुसार दोनों नेताओं की जमानत अर्जी पर सुनवाई के लिए बुधवार का दिन तय किया गया है और इस बीच उन्हें न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है।
अदालत ने अभद्र भाषा के प्रयोग के मामले में सोमवार को दोनों नेताओं की संपत्ति की कुर्की के आदेश दिये थे।
न्यायाधीश पीके राय की अदालत ने सोमवार को यह आदेश देते हुए हजरतगंज पुलिस से कहा कि वह आगामी 22 जनवरी को इस निर्देश पर किए गए अमल की रिपोर्ट दे।
दोनों आरोपी बार-बार वारंट जारी होने के बावजूद अदालत में हाज़िर नहीं हुए थे। बाद में अदालत ने दोनों को भगोड़ा घोषित कर दिया था।
मंगलवार को नसीमुद्दीन सिद्दीकी और राम अचल राजभर ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
गौरतलब है कि जुलाई 2016 में भाजपा के वरिष्ठ नेता दयाशंकर सिंह द्वारा बसपा अध्यक्ष मायावती के प्रति की गई एक टिप्पणी के बाद खासा विवाद उत्पन्न हुआ था। इसके विरोध में बसपा कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया था।
दयाशंकर सिंह की मां तेतरा देवी ने 22 जुलाई 2016 को हजरतगंज कोतवाली में दर्ज मुकदमे में आरोप लगाए थे कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने राज्यसभा में उनके परिवार को अपशब्द कहे थे। उसके अगले दिन पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी और उस वक्त के प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर की अगुवाई में बड़ी संख्या में बसपा कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज चौराहे पर किए गए प्रदर्शन में उनकी नाबालिग पोती तथा परिवार के अन्य सदस्यों के बारे में अत्यंत अशोभनीय टिप्पणी की थी और अपशब्दों का इस्तेमाल किया था।
इस मामले में पुलिस ने सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोप पत्र दाखिल किया था।
उल्लेखनीय है कि दयाशंकर सिंह भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं जबकि उनकी पत्नी स्वाति सिंह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मंत्री हैं।
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