बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उस खबर को पूरी तरह से खारिज कर दिया। जिसमें एक टीवी समाचार चैनल ने उनके इंटरव्यू के आधार पर कथित तौर से दावा किया है सिद्धारमैया ने कहा कि पार्टी आलाकमान विधानसभा चुनाव जीतने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य इकाई प्रमुख डीके शिवकुमार को नाम आगे नहीं करेगा। सिद्धारमैया ने उस खबर को पूरी तरह से भ्रामक बताते हुए 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले राज्य कांग्रेस में किसी भी तरह की गुटबाजी और अंदरूनी कलह की बात से भी इनकार किया है।
टीवी चैनल द्वारा किये गये दावे के बाद उभरे विवाद पर सफाई पेश करते हुए सिद्धारमैया ने मंगलवार को ट्वीट करके कहा, "यह पूरी तरह से असत्य है और मैंने कभी इस तरह की कोई टिप्पणी नहीं की है। मैं कभी भी इस तरह की ओछी राजनीति नहीं करता हूं।" इसके साथ ही सिद्धारमैया ने समाचार चैनल से कथित भ्रामक दावे के संबंध में ट्विटर पर किये गये 'आधारहीन पोस्ट' को हटाने की मांग की।
इसके बाद उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "मीडिया में मेरा कथन बता कर जो कुछ कहा जा रहा है, वह पूरी तरह से झूठ है। मैंने केवल इतना कहा है कि मुख्यमंत्री का चयन एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। मैं और शिवकुमार दोनों ही मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। लेकिन कांग्रेस में हमेशा सीएम के चयन प्रक्रिया लोकतांत्रिक तरीके से होती है। इसलिए टीवी चैनल मेरे हवाले से जो भी चला रहे हैं, वे पूरी तरह से गलत है।"
सिद्धारमैया की इस सफाई के बाद कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि समाचार चैनल कांग्रेस नेताओं के बीच गलतफहमी पैदा करना चाहते हैं लेकिन उन्हें कांग्रेस के खिलाफ इस तरह की घृणा बंद करके भाजपा के डूबते जहाज को संभालना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री के संबंध में आलाकमान कोई भी फैसला चुने हुए विधायकों की राय के आधार पर लेता है और कांग्रेस में मुख्यमंत्री आलाकमान की पसंद का नहीं बल्कि लोकतंत्र की पसंद को होता है। आलाकमान हमेशा नवनिर्वाचित विधायकों की राय पर ही कोई फैसला लेता है।"
मालूम हो कि सिद्धारमैया और शिवकुमार दोनों ही कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। दोनों ही राज्य के विभिन्न हिस्सों से अपने मजबूत समर्थन का दावा करते हैं। सिद्धारमैया ने अपने इंटरव्यू में स्पष्ट किया है कि पार्टी में शिवकुमार उनके मुकाबले मुख्यमंत्री पद के प्रतियोगी हैं।
वहीं शिवकुमार ने इस विषय स्पष्ट न बोलते हुए इस बात पर जोर दिया कि वो चुनाव में पार्टी को बड़ा बहुमत दिलाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "मेरे लिए कभी भी मुख्यमंत्री बनने से ज्यादा महत्वपूर्ण है कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार बनाये। इस समय तो मेरे लिए केवल यही मायने रखता है।"
कर्नाटक में आगामी 10 मई को मतदान होगा और वोटों की गिनती 13 मई को होगी। इस चुनाव में कांग्रेस अपने पूर्व सहयोगी जनता दल (सेक्युलर) से अलग होकर चुनाव लड़ रही है और उसकी कोशिश है कि वो सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को गद्दी से उतार सके।