कर्नाटक: श्रीराम सेना के प्रमुख बोले, 'सभी 30,000 मंदिरों को वापस लिया जाएगा....', उप मुख्यमंत्री ने भी दिया मिलता जुलता बयान, जानें पूरा मामला
By आजाद खान | Published: May 29, 2022 09:04 AM2022-05-29T09:04:06+5:302022-05-29T09:11:46+5:30
इस पर बोलते हुए श्रीराम सेना के अध्यक्ष प्रमोद मुथालिक ने कहा, 'हम उन सभी 30,000 मंदिरों को वापस लेंगे, जिन्हें मस्जिदें बनाने के लिए ढहा दिया गया था।'
बैंगलूरू: ज्ञानवादी मस्जिद विवाद के बीच कर्नाटक के एक हिंदूवादी संगठन श्रीराम सेना के नेता ने मस्जिदों के बारे में बयान दिया है। इस मामले में श्रीराम सेना के अध्यक्ष प्रमोद मुथालिक ने शनिवार को कहा है कि आज से पहले ढाए गए 30,000 मंदिरों को वापस लिया जाएगा जिन्हें तोड़कर पूर्व में मस्जिद बनाई गई थी।
इसको लेकर उन्होंने यह भी कहा कि वे इन मंदिरों को कानूनी तरीके से वापस लेंगे। प्रमोद मुथालिक ने अपने बयान में बाबरी मस्जिद का भी जिक्र किया है। यही नहीं इसी से मिलता जुलता बयान राज्य के उप मुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा ने भी दिया है। हालांकि इन बयानों से राज्य में फिर से मंदिर-मस्जिद विवाद गहराना शुरू हो गया है।
श्रीराम सेना के अध्यक्ष ने क्या कहा
इस मामले में बोलते हुए श्रीराम सेना के अध्यक्ष प्रमोद मुथालिक ने कहा, 'हम उन सभी 30,000 मंदिरों को वापस लेंगे, जिन्हें मस्जिदें बनाने के लिए ढहा दिया गया था। अगर आपमें हिम्मत है तो हमें रोक कर दिखाइए। आप लोगों ने हमें तब भी रक्तपात की धमकी दी थी जब बाबरी मस्जिद का विध्वंस हो रहा था। तब क्या हुआ था? आप हिंदुओं का एक बूंद भी खून नहीं बहा पाए थे।'
उप मुख्यमंत्री ने भी ऐसा ही दिया था बयान
आपको बता दें कि शुक्रवार को राज्य के उप मुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा ने भी ढाई गई मंदिरों का जिक्र किया और कहा, '36,000 मंदिर नष्ट कर दिए गए थे और इन पर मस्जिदें बनाई गई थीं। उन्हें कहीं और मस्जिद बनाने दीजिए और नमाज अदा करने दीजिए, लेकिन हम हमारे मंदिरों पर मस्जिद बनाने की अनुमति नहीं दे सकते।'
यहां पर कब से मंदिर को लेकर है विवाद शुरू
कर्नाटक में मंदिर-मस्जिद विवाद उस वक्त से ज्यादा गर्माया है जब से मेंगलुरु के मस्जिद के नीचे से कुछ मंदिर के निशानी मिली थी। आपको बता दें कि 21 अप्रैल को मेंगलुरु में मौजूद एक पुरानी मस्जिद के नीचे हिंदू मंदिर जैसी स्थापत्य कला के समान संरचना दिखाई दी थी। तब से राज्य में मंदिर-मस्जिद का मसला तूल पकड़ा हुआ है। यह बयान भी इसी संदर्भ में कहा गया है।